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आइए महसूस करिए जिंदगी के ताप को….मैं चमारों की गली तक ले चलूँगी आपको….
अश्वनी अम्बेडकर ============= आइए महसूस करिए जिंदगी के ताप को मैं चमारों की गली तक ले चलूँगी आपको जिस गली में भुखमरी की यातना से ऊब कर मर गई फुलिया बिचारी इक कुएँ में डूब कर है सधी सिर पर बिनौली कंडियों की टोकरी आ रही है सामने से हरखुआ की छोकरी चल रही है […]
उम्र में बड़ी प्रेमिकाएं ज़िद्द नहीं करती प्रेम की, वो जानती है…..
Prem anand ============== उम्र में बड़ी प्रेमिकाएं जिद्द नहीं करती प्रेम की वो जानती है प्रेम को सहेजना उन्हें समझ है प्रेम के स्वाद की.. जैसे रोटी के स्वाद से ज्यादा लज़ीज़ होती है उसके पकने की खुशबू जैसे बारिश से ज्यादा मगन करती बूंदों में घुली मिट्टी की सौंध जैसे हमबिस्तर से ज्यादा रोमांचक […]
‘नई माँ’, मुझे सम्हालने के लिये आयी है
लक्ष्मी कांत पाण्डेय ========================= मैं दिल्ली जाने के लिये बिल्हौर स्टेशन पर खड़ी थी। पलटकर स्टेशन के प्रवेश द्वार को देखा तो बीते दिनों की कौंधी यादों के साथ ही रोना आ गया। सबको बचाते हुए,आँखों से झरते आँसू झट पोछ लिये!आज समझ आ रहा था कि मायके का छूटना क्या होता है!शायद ऐसा ही […]