साहित्य

क्या मुझे उससे मोहब्बत हो गई है?

कश्मीरा शाह चतुर्वेदी
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“एक लेडी डॉक्टर का पहला प्यार!❤️
डॉक्टर बन जाने के बाद रिश्ते का इंतिज़ार शुरू हो गया। लेकिन अम्मी अब्बु को कोई रिश्ता पसंद ही नही आता था। चुनांचे उमर रफ्ता-रफ्ता ढलने लगी। लेकिन कहते है खुदा के घर मे देर है अंधेर नही। फिर जब एक दिन हॉस्टल से लोटी तो क्या देखती हूँ के हमारे घर के सामने एक नौजवान अपनी बाइक खड़ी करके उसपर बैठा है।

जैसे किसी का इंतेजार कर रहा हो फिर तो जैसे मामूल बन गया और में रोज़ वापसी पर उसे इसी तरह बाइक पर बैठे देखती। हमारा घर शहर के महंगे तरीन इलाके में होने की वजह से बिउमुम बाइक बहुत कम देखी जाती थीं 😊

नौजवान गांव का गरीब लेकिन बहुत बाअदब लग रहा था वह ज़ियादा तर अपना सर नीचे किए हुए बैठा रहता सिर्फ एक लम्हे केलिए देखता जब में उसके पास से गुज़र कर घर मे दाखिल होती।

लेकिन वह है कौन ? और चाहता क्या है ? अगरचे शुरू शुरू में मुझे उसे इस तरह देखकर उलझन सी होती थी, लेकिन साथ ही साथ दिल मे खुशी भी हो रही थी के कोई तो है जो मेरा इंतिज़ार कर रहा है, फिर जबभी में उसे बाइक पर बैठे देखती दिल ज़ोर ज़ोर से धड़कना शुरू करता। या अल्लाह ये क्या है ? क्या मुझे उससे मोहब्बत हो गई है ? जवानी के बाद मेरी एक ही ख़्वाईश थी उम्र ढल जाने से पहले पहले मेरी शादी हो जाए ताके रिश्ते दारों और मुहल्ले दारों की तरह तरह की बातों से जान छुटे।

ये दुरुस्त है के नोजवान की पुरानी बाइक उसकी गुर्बत का पता देती थी। लेकिन कोई बात नही वह बा अखलाक तो है जैसा के मालूम होता है, दिन गुज़रतें गए अब मुझे यक़ीन सा होने लगा के नोजवान मुझसे मोहब्बत करता है, तभी तो मेरे आने से पहले मुझे देखने आ जाता है और घण्टों मेरे घर जाने के बाद भी खड़ा रहता है।

लेकिन आखिर वह मेरे बाप से मेरा हाथ क्यों नही मांगता ? क्या वह डरता है के कही मेरा बाप उसे ठुकरा न दें ? के वह हमारे झूट का नही है ? लेकिन ये तो कोई बात नही, माल दौलत तो अल्लाह की देन है, आज अगर उसकी बाइक पुरानी है तो हो सकता है कल उसके दिन बदल जाए, अगर वह उससे मोहब्बत करता है, जैसा के उसके तवील इंतिज़ार से मालूम होता है तो फिर स्टेटस का फर्क कोई मसला नही है, मुझे वह गुर्बत में भी मंजूर है।

अब तो कम व बेश महीना होने को आया लेकिन नोजवान की जानिब से कोई हरक़त सामने नही आई, अब में इससे ज़ियादा इंतिज़ार नही कर सकती थी। वह मुझसे बात क्यों नही करता ? मेरे दरवाज़े पर दस्तक देकर मेरे बाप से मेरा हाथ क्यों नही मांगता ? बिल आखिर एक दिन मैने खुद ही जुर्रत की और उसके पास गई, मेरा दिल ज़ोर ज़ोर से धड़कने लगा में पहली दफ़ा उसे करीब से देख रही थी वह ज़ियादा खूबसूरत नही था लेकिन कोई बात नही वह अपने मख़सूस अंदाज़ से सर नीचे किए हाथ अपनी गोद मे रखें बाइक पर बैठा था। मुझे पास देखकर ज़रा सा चोंका और सर ऊपर किया।

मैंने पूछा के: आप हमारे घर के सामने घण्टों क्यों खड़े रहते हो ??
बाजी इसलिए के आप के wifi का पासवड नही लगा हुआ.✍️