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क्या पति पत्नी बिना संबंध बनाए महीनों तक रह सकते है, लोगों के जवाब जानिये!

मेरी भाभी हमेशा बड़े गले वाला ब्लाउज़ पहनती है जिसमें उसकी वक्ष और पूरी पीठ दिखती है क्या ये ठीक है? लोग क्या कहेंगे?

राज बहादुर सिंह
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जवाब
उनके पति को जब कोई परेशानी नहीं तो आप को क्यों हो रही है? ‌। कुछ बुरा लगना चाहिए तो आपके भाई साहब को लगना चाहिए ‌‌‌‌‌। आप सार्वजनिक मंच पर तो कह रहे हैं पर अपने भाईसाहब से नहीं कह सकते ?।

आप के भाई साहब की सहमति के विना वह ऐसा परिधान एक बार तो पहन सकती है पर बार बार पहनने का मतलब आप के भाई साहब को कोई आपत्ति नही ।

और आप को आपत्ति करने का अधिकार नहीं ‌‌‌‌है।


क्या पति पत्नी बिना संबंध बनाए महीनों तक रह सकते है?

डॉ. ज्योति मेहरा

Dr. BR Ambedkar Government College, Sri Ganganagar से MBBS

जी हां, पति-पत्नी बिना शारीरिक संबंध बनाए महीनों तक रह सकते हैं। ऐसे कई कारण हैं जिनकी वजह से कोई जोड़ा कुछ समय के लिए, या अनिश्चित काल के लिए भी यौन गतिविधि से दूर रहना चुन सकता है।

एक सामान्य कारण स्वास्थ्य संबंधी है। एक साथी शारीरिक या मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं का अनुभव कर रहा हो सकता है जो सेक्स को असहज या कठिन बना देता है।

उदाहरण के लिए, एक महिला को एंडोमेट्रियोसिस जैसी चिकित्सीय स्थिति के कारण संभोग के दौरान दर्द का अनुभव हो सकता है, जबकि एक पुरुष स्तंभन दोष या शीघ्रपतन का अनुभव कर सकता है।

एक और कारण है कि एक युगल यौन गतिविधि से दूर रहना चुन सकता है, व्यक्तिगत या रिश्ते के मुद्दों के कारण। उदाहरण के लिए, एक जोड़े को वैवाहिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

जैसे कि लगातार बहस या भावनात्मक जुड़ाव की कमी, जिससे यौन इच्छा में कमी आ सकती है। इसके अतिरिक्त, एक साथी की कामेच्छा कम हो सकती है, जो रिश्ते में यौन गतिविधियों की आवृत्ति को प्रभावित कर सकती है।

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि सेक्स से परहेज जरूरी नहीं कि रिश्ते में अंतरंगता की कमी का संकेत हो। जोड़े अभी भी अन्य तरीकों से भावनात्मक और शारीरिक निकटता बनाए रख सकते हैं।

जैसे गले लगाना, हाथ पकड़ना या शारीरिक स्पर्श के अन्य गैर-यौन रूपों में शामिल होना।

यह पहचानना भी महत्वपूर्ण है कि यौन गतिविधि एक व्यक्तिगत पसंद है, और जो एक जोड़े के लिए काम करता है वह दूसरे के लिए काम नहीं कर सकता है। यदि कोई युगल यौन गतिविधि से दूर रहने का विकल्प चुनता है।

तो यह महत्वपूर्ण है कि दोनों साथी एक ही पृष्ठ पर हों और अपनी आवश्यकताओं और इच्छाओं के बारे में खुलकर संवाद करें।

आखिरकार, एक पति और पत्नी बिना यौन संबंध बनाए महीनों तक रह सकते हैं या नहीं, यह उनके रिश्ते की अनूठी परिस्थितियों पर निर्भर करता है। जब तक दोनों साथी व्यवस्था के साथ सहज हैं।

और अपने भावनात्मक और शारीरिक संबंध को प्राथमिकता देना जारी रखते हैं, तब तक यौन गतिविधि की कमी से रिश्ते पर नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ता है।

बस आज के लिए इतना ही उम्मीद करती हूं कि आपको मेरी यहां जानकारी अच्छी लगी होगी। यदि हां तो आप मुझे फॉलो कर सकते हैं। साथ ही इस उत्तर को अपवोट कर सकते हैं।

धन्यवाद!


नेमीचन्द शर्मा
HISTORY, University of rajasthan

हां जी, बिना संबंध बनाये पति पत्नी महीनों— सालों तक रह सकते हैं और रहते आये हैं। जब मिलते हैं तब संबंध बनाते हैं ।

इसके कारण निम्नलिखित हो

1- शादी हो गई हो और गौना नहीं हुआ हो। कुछ समाजों में शादी कम उम्र में कर दी जाती है और गौना- मुकलावा ( बालिग होने पर विदाई) बाद में किया जाता है।

2- पुरुष दूसरे राज्य, परदेस या विदेश में कमाता हो और पत्नी साथ नही हो।

3- पति — पत्नी ने निश्चित समय या उद्देश्य के लिए कोई संकल्प या शपथ ले रखी हो।

4- कोई शारिरिक बिमारी या अपंगता भी इसका कारण हो सकता है।

5- बच्चे बड़े हो रहे हो और जगह — मौका और समय का अभाव हो।

इसके अलावा एक उम्र के के बाद उनमें यौन इच्छाओं की कमी होना भी हो सकता है।

Chandan Nayak

पति और पत्नी दोनों ने ही … वर्षों बिताए हैं .. संबंध के बिना भी …. परंतु शादी से पहले । अब तो यह हाल है जनाबे – आली कि जुम्मा जुम्मा आठ दिन भी नाहीं हुआ था कि बीबी को संदेह होने लगता है .. कहीं मिंया बाहर मुंह तो नहीं माड़़ रहे!

और शिकायत भी – ” आजकल प्यार नहीं करते । “

और शरारत भी .. .. – ” अब मैं पहले जैसी नहीं दिखती न ! “

और, इबादत भी खूब होने लगती । कैसे? नाहीं पता !!

बीबी रोज खूब मसालेदार शब्जी बनाने लगती .. . जी भर कर लहसुन और अदरक डाल कर दाल में छौंका लगाने लगती .. . अति स्वादिशष्ट भोजन ठूंसने को मिलने लगता जी । फिर कुछ दिन जीभरक२ हींग और टमाटर का तड़का मार के तरकारी खाने को मिलता और रात को हल्दी वाला दूध भी मिलता और साथ ही चम्मच में चमनप्राश भी ।

विश्वास नहीं हो रहा … एक आध हफ्ता कंट्रोल कर के देख लो ..

Dr.G Singh
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नहीं रह सकते | अगर रह रहे है तो समझ लो की किसी और के साथ सम्बन्ध बना रहे है |

हाल ही में महिलाओं ने दो कानूनी अधिकारों की मांग की थी | पहला था की किसी पडोसी / बॉयफ्रेंड / प्रेमी आदि के साथ सम्बन्ध का अधिकार, जो मिल गया | दूसरा पति के साथ सम्बन्ध के रेप का दर्जा, जो अभी विचाराधीन है परन्तु जल्द ही मिल जायेगा |

तो समझ लो की अगर पति पत्नी में सम्बन्ध नहीं है तो अपने पहले अधिकार का इस्तेमाल हो रहा है और दूरसे का इंतज़ार है |

पत्नी संबंध बनने की लालच सबसे ज्यादा कब करती है?

मनुष्यों की इच्छाओं और भावनाओं का विषय विशेष रूप से अनुभव पर निर्भर करता है। इसलिए, पत्नी संबंध बनाने की लालच सबसे ज्यादा कब की जाती है इसका सटीक जवाब नहीं हो सकता। यह व्यक्ति की व्यक्तिगत पसंद और स्थिति पर निर्भर करता है।

Dashrath Sahu

पत्नी संबंध बनाने के लिए हमेशा इच्छुक रहती अगर उसके पसंद का पति है और पति से बो खुश और संतुष्ट हैं I मगर अगर पत्नी पति से कुछ समय दूर रहे और उसके बाद पति से मिलती हैं तो उसको संबंध बनाने की तीब्र इच्छा होती है I

जब औरत के पीरियड्स खतम होते हैं उसके दो से तीन दिन के अंदर उसकी संबंध बनाने की अति तीब्र इच्छा होती हैं I

जब वाइफ को कान के नीचे और गर्दन पर किस 💋 करो तो उसकी संबंध बनाने की तीब्र इच्छा होती हैं I

Uttam Singh

ये बात सच है कि महिलाएं संबंध बनाने के लिए खुद की तरफ से पहल नहीं करती लेकिन उनके मन में भी भावना होती है। ये कोई नहीं जानता कि कब किसका मूड बन जाए। लेकिन अपने पीरियडस खत्म होने के 2–3 दिन बाद उनमें संबंध बनाने की लालसा सबसे ज्यादा होती है। अगर आप खुद थोड़ा रोमांटिक व्यवहार करते है ,ओर अपनी पत्नी के लिए कुछ खास करते है या उसे कुछ खास चीज देते है,तो आपकी पत्नी की अंतर आत्मा में आपके लिए कुछ नया होता है,ओर वो भी आपसे संबंध बनाने का लालच करती है ताकि आप उससे हमेशा खुश रहे।


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यह समान नहीं होता कि सभी पत्नियां संबंध बनाने की लालच कब और कितनी देर तक करती हैं। हर इंसान की इच्छाएं और अनुभव अलग-अलग होते हैं और यह स्थिति उनके व्यक्तिगत और सामाजिक परिस्थितियों पर भी निर्भर करती है।

फिर भी, कुछ महत्वपूर्ण कारक निम्नलिखित हैं जो एक पत्नी को संबंध बनाने की लालच की ओर खींच सकते हैं:

रोमांटिक समय: जब दोनों जीवनसाथी रोमांटिक समय बिताते हैं, उन्हें संबंध बनाने की लालच महसूस हो सकती है। यह एक उत्सुकता और भावनाओं का समय होता है जब दोनों को एक दूसरे के करीब होना चाहिए।

समझदारी और सहयोग: एक पत्नी को उसके पति के साथ समझदारी और सहयोग महसूस होने पर संबंध बनाने की लालच हो सकती है। इस समय, वह अपने पति के साथ अपने भावों और विचारों को साझा करना चाहती है।

उत्साहपूर्ण महसूस होना: जब दोनों के बीच उत्साहपूर्ण महसूस होता है तो भी पत्नी को संबंध बनाने की लालच हो

नेहा शर्मा

एक स्वस्थ और सुखी वैवाहिक रिश्ते में, दोनों पति और पत्नी के बीच विश्वास, समझदारी और संवेदनशीलता की आवश्यकता होती है। इसलिए, एक पत्नी किसी भी पति को कुछ ऐसी चीजें नहीं दे सकती है जो उसके अंतरंग संबंधों को ठीक नहीं लगती हैं।

इसके अलावा, भारतीय संस्कृति में वैवाहिक संबंधों को बहुत महत्व दिया जाता है और विवाहित जोड़ों को एक दूसरे का सम्मान देना चाहिए। इसलिए, दोनों पति और पत्नी को एक दूसरे के संबंधों का सम्मान करना चाहिए और उन्हें अपने संबंधों को बेहतर बनाने के लिए समय देना चाहिए।

दूसरी ओर, लालच या वैवाहिक संबंधों के लिए आकर्षण हमेशा होता रहता है, लेकिन यह आकर्षण कभी नहीं बताता कि कब यह सबसे ज्यादा होता है। वैवाहिक संबंधों में आकर्षण के साथ-साथ विश्वास और समझदारी भी जरूरी होती हैं।

इसलिए, एक स्वस्थ वैवाहिक रिश्ते में दोनों पति और पत्नी को एक दूसरे के सम्मान, समझदारी, विश्वास और संवेदनशीलता के साथ संबंध बनाए रखने की आवश्यकता होती है।

क्या पत्नी का बेवजह मायके में ज्यादा से ज्यादा रहना ठीक है?

Madhurima Pathak

पूर्व अध्यापिका, दिल्ली सरकार के विद्यालय से सेवा निवृत्त प्रवक्ता।

शादी की शुरुरात मे मायके की बहुत याद आती है । ससुराल मे मन नहीं लगता है । शुरू के कुछ साल मायके जाने का बहुत मन करता है ।

बच्चे होने के बाद उनसे संबंधित जिम्मेदारी आने के बाद मायके जाना इतना नहीं हो पाता । जितना शुरू मे ,उसे थोड़ा समय दो । वह आपके परिवार को ही अपना मानने लगेगी ।

कुछ जातियों मे बेटियाँ का कई महीने तक ससुराल मे रहना अच्छा माना जाता है । वरना उसे ताने दिए जाते है । तुझे मायके मे कोई बुलाता नहीं है । इसके घर मे खाने के लिए नहीं है तभी तो कोई लेने नहीं आता है ।

इसकी मायके मे इज्जत नहीं है । इसके मायके वालों से अच्छे संबंध नहीं है तभी तो मायके जाती नहीं है । आप अपने आसपास गौर करके देखिए । आपके आसपास का माहौल यदि ऐसा है तो उसे दोष न दो। वह किसी के सामने कुछ कह नहीं पा रही है । यदि आपके कहने के बाद भी वह नहीं रुक रही तब सोचने वाली बात है ।

उसके बारे मे जानकारी हासिल करे । उसके दिल के नजदीक कोई है तो उसे मायके मत जाने दो ।

उसे समझाओ यही घर तुम्हारा है । इस घर की जिम्मेदारियों के बारे मे, अपने प्यार के बारे मे अहसास दिलाए जिससे उसे लगे इस घर मे भी किसी को मेरा इंतजार है ।

वह अपनेपन की भूखी है । यदि उसे अपनापन इस घर मे मिलने लगेगा तब धीरे -धीरे उसका मायके जाना कम हो जाएगा । इसके लिए आपको भी इंतजार करना पड़ेगा । अपने अंदर बदलाव लाने की जरूरत पड़ेगी ।


पत्नी के पास सब कुछ होने के बावजूद असंतुष्ट क्यों रहती है?

Veena Rani

ललित नारायण मिथला विश्वविद्यालय कामेश्वर धरभंगा में पढ़ाई की है

“मिलन अंत है मधुर प्रेम का और विरह जीवन का”।

यह सच्चाई है।

कहीं भी कभी भी किसी क्षेत्र में संतुष्ट होना गति पर विराम चिन्ह के समान है।

जब व्यक्ति अपने जीवनसाथी से संतुष्ट होकर प्यार की ऊष्मा बनाए रखने के लिए सतत प्रयास में कमी कर देगा तो समय बीतने के साथ एक दूसरे से मिलन की उत्कंठा समाप्त हो जायेगी। हम भारतीय हैं। भारतीयों के लिए विवाह जीवनभर का बंधन होता है। अतः एक दूसरे में आकर्षण बनाए रखने का प्रयास करते रहना जरूरी है। इसके लिए कभी मीठी सी प्यारी सी नोक झोंक, कभी दो या चार दिनों के लिए एक दूसरे से दूर मायके या ससुराल या किसी रिश्तेदार या दोस्त के पास या उनके साथ कहीं घूमने जाना, कभी जीवनसाथी के साथ सज संवर कर “डेट” पर जाना, इस तरह का प्रयास किया जा सकता है।

जहां तक ” सब कुछ होने के बाद भी पत्नी के असंतुष्ट रहने” की बात है यह बात पति पर भी लागू होती है। मैंने देखा है, रूपवती, गुणवती, अन्नपूर्णा, धन अर्जन करने में लक्ष्मी पत्नी से भी पति और उसके परिवार वालों को असंतुष्ट रहते हुए। पत्नियों के बारे में तो कहा ही जाता है कि वे उस चीज को सबसे अधिक चाहती हैं जो उनका पति उन्हें देने में असमर्थ होता है।

जीवनसाथी से मनुष्य की अपेक्षाएं भोजन, वस्त्र, आवास और शारीरिक सुख पाने तक ही सीमित नहीं होती। जीवनसाथी कुछ दे या न दे पर उससे सच्चे पवित्र समर्पित प्यार और वफादारी की चाह हर किसी को रहती है।

एक उच्च पद पर कार्यरत विवाहिता जिसका पति पत्नी जितना शिक्षित होकर बेरोजगार है, कारण उसका नौकरी में मन नहीं लगता, पत्नी ने पति से कहा, “कोई बात नहीं, मैं हूं ना। तुम मेरे साथ रह कर हम दोनों की संतान हमारे बेटे की परवरिश पर ईमानदारी पूर्वक ध्यान दो।” पति ने कहा, “मैं जब नौकरी नहीं करता तो मैं तेरे साथ तेरे शहर में नहीं रहना चाहता। मैं अपने माता पिता के पास रहूंगा।” फिलहाल दोनों अलग रह रहे हैं।

आज के समय में बहुत सारी स्त्रियां कामकाजी हैं। इसलिए वे अपनी जरूरतों को खुद पूरा करने में सक्षम हैं।

आज के समय में हरेक व्यक्ति को ऐसे जीवनसाथी की जरूरत है जो शारीरिक जरूरतों के साथ साथ भावनात्मक जरूरतों को भी पूरा करे। यदि आर्थिक जरूरतों को पूरा करने में भी योगदान देने में सक्षम है तो “सोने पे सुहागा” वाली बात है।

वफादार, सच्चा प्यार करने वाला, समझने वाला, समझदार जीवनसाथी घर लौटने की चाहत होता है, वृद्धावस्था का एक दूसरे का सहारा, समाज में सिर उठाकर खुशहाल जीवन जीने की वजह होता है। यदि यह सब एक दूसरे से नहीं मिल सकता तो असंतुष्ट रहना स्वाभाविक है।

“मुझे तुमसे कुछ भी न चाहिए मुझे तुम असीम प्यार दो”।

मैं अपनी पत्नी पर शक करना कैसे बंद करूँ?

डॉली शर्मा

बंगलौर में निवास है

जयपुर : पति ने अवैध संबंधों के शक के चलते पत्नी की पत्थर से वार करके हत्या की – नवभारत टाइम्स

मुंबई : अफेयर के शक में पत्नी की चाकू घोंपकर हत्या करके पति ने किया सरेंडर – नवभारत टाइम्स

दिल्ली : शक के चलते की थी पत्नी की गला घोंटकर हत्या, पति गिरफ्तार – डेली हंट

उपरोक्त सभी समाचार 2019 के ही है।

मेरे अनुसार एक रिश्ते में एक दुसरे पर विश्वास सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण चीज़ है। जैसा सुनने और देखने में आता है अधिकांश लोगो के लिए ‘प्यार’ से भी ज्यादा ‘विश्वास’ मायने रखता है।

तो ऐसे में शक के पीछे कही न कही “विश्वास की कमी” छुपी हुई है। कहते है शक की बीमारी का इलाज तो हकीम लुकमान के पास भी नहीं था मिया। और हम सभी जानते है रोकथाम इलाज से बेहतर है। तो इस शक की बिमारी के बढ़ने से पहले आपको इसके पीछे के कारणों को गहराई से समझना होगा और उनका समाधान ढूंढ़ना होगा।

शक के पीछे कोई उचित कारण भी हो सकता है। जैसे कोई प्रत्यक्ष बदलाव या किसी बड़े झूठ का पकड़ा जाना। ऐसा है तो अपने जीवन साथी से खुल कर बात करे।

पर अगर आपके शक के पीछे कोई ठोस कारण नहीं, अपितु यह आपके भटकते विचारो की देन है, तो इसका कोई अंत नहीं।

आपको अगर अपनी पत्नी के सामजिक मीडिया पर समय बिताने पर शक होता है तो आप सब फेसबुक, इंस्टाग्राम, क्वोरा सब बंद कराएँगे।
फिर आपको उनके फ़ोन पर रहने पर शक होगा। तो आप फ़ोन अनलॉक कर रखने को बोलेंगे।
फ़ोन अनलॉक रहने के बाद आप सारे मैसेज पढ़ेंगे। और उन्हें भेजने वालों की पृष्ठभूमि से लेकर उन मेसेजों के मतलब तक हर बात पर शक करेंगे।
फिर फ़ोन छुड़वा दिया तो। आप उनके किसी से बात करने, या हस बोल लेने पर शक करेंगे।
फिर हसना और बोलना भी बंद हो गया तो। तो क्या आप ऐसी निर्जीव पत्नी के साथ खुश होंगे?
कहते है – जैसी दृष्टि वैसी सृष्टि

अगर आप हर बात को शक से देखेंगे तो बिना बात सी बात में भी कुछ ना कुछ निकाल ही लेंगे। अपने रिश्ते को समय दे। एक दुसरे के साथ ज्यादा वक़्त बिठाये। अगर उनके किसी व्यवहार से आपको असहजता होती है तो उनसे खुल कर बात करे और अपना पक्ष रक्खे। उन्हें महत्वपूर्ण महसूस कराये।

– प्रिय (डॉली शर्मा)

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