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“प्यार कहीं भी, कभी भी हो सकता है”
मेरी शादी हो चुकी थी और मैं अपने पति के घर में कदम रख चुकी थी। मैं उनके कमरे में बैठी हुई थी, जैसे किसी का इंतजार कर रही हूँ। कमरे की हर चीज़ को ध्यान से देख रही थी। दीवारों का रंग, पेंटिंग्स, फूलों की सजावट, यहाँ तक कि मेरी तस्वीरें भी, जो मैंने […]
सभी को अपने तुच्छ स्वार्थ भूलकर परिवार की समृद्धि के लिए काम करना चाहिए : लक्ष्मी सिन्हा का लेख
Laxmi Sinha ============= · परिवार सामाजिक संगठन की प्रथंम इकाई है। समाजिक शक्ति परिवारिक शक्ति पर निर्भर करती है।इसीलिए समाज के सशक्तिकरण के लिए परिवार का सशक्त होना जरूरी है। जब हम परिवार की बात करते हैं तो रक्त संबंध के सभी रिश्ते परिवार की श्रेणी में आ जाती है, जैसे माता _पिता, पति _पत्नी, […]
बेवफ़ा इश्क़******15 दिन पूर्व की हमारी शादी अब पुरानी हो गई?
Gauri Kushwaha ========= · बेवफा इश्क****** ‘‘अंकुर की शादी के बाद कौन सा कमरा उन्हें दिया जाए, सभी कमरे मेहमानों से भरे हैं. बस एक कमरा ऊपर वाला खाली है,’’ अपने बड़े बेटे अरुण से चाय पीते हुए सविता बोलीं. ‘‘अरे मां, इस में इतना क्या सोचना? हमारे वाला कमरा न्यूलीवैड के लिए अच्छा रहेगा. […]