Related Articles
इंसानों की वजह से अनगिनत पौधों और जानवरों की प्रजातियां विलुप्त होने की क़गार पर, क्या जैव विविधता को ख़त्म होने से बचाया जा सकता है?
इंसानी गतिविधियों की वजह से अनगिनत पौधों और जानवरों की प्रजातियां विलुप्त होने की कगार पर हैं. क्या जैव विविधता को खत्म होने से बचाया जा सकता है? इसके लिए हमें क्या करना होगा. शोधकर्ताओं ने पांच साल पहले आखिरी बार पश्चिमी पनामा के नम और निचले जंगलों में एक छोटे, गहरे लाल रंग के […]
क्या आपने मक्खन का पेड़ देखा है?
रविकांत पाराशर · ============ क्या आपने मक्खन का पेड़ देखा है? चौंकिए मत! इस तरह के पेड़ उत्तराखंड में अक्सर दिखाई पड़ते है। च्यूर नाम का यह पेड़ देवभूमि वासियों को वर्षों से घी उपलब्ध करा रहा है। इसी खासियत के कारण इसे ‘इंडियन बटर ट्री’ कहा जाता है। जीबी पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्व […]
इस तरह के क़त्ल-ए-आम की एक पूरी दास्तान है, जिस पर कभी बात ही नहीं हुई!
Ataulla Pathan ===================== 23 एप्रिल दिनविशेष— जिस तरह से 13 अप्रैल 1919 को अमृतसर के जलियाँवाला बाग़ में सैफ़ुद्दीन किचलू और डॉ सत्यपाल की रिहाई की माँग कर रहे लोगों पर अंग्रेज़ों ने गोली चलाई, ठीक वैसा ही 23 अप्रैल 1930 को पेशावर के क़िस्सा ख्वानी बाज़ार में अंग्रेज़ों ने ख़ान अब्दुल ग़फ़्फ़ार ख़ान की […]