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ई हमार भारतीय संस्कृति को, का होई गवा बा——लेख-जयचंद प्रजापति
जयचंद प्रजापति =========== व्यंग्यात्मक लेख——— ई हमार भारतीय संस्कृति को, का होई गवा बा ——————– हम इलाहाबाद के सिविल लाइन में थोड़ा भारतीय संस्कृति का दर्शन करने के इरादे से साइकिल से निकले तभी एक लेडीस फ्राक में सड़क पर घूम रही थी। हम जिज्ञासावश स्थानीय लोगों से पूछा- ‘ई का है ‘ कुल लोग […]
पापा के चाचा के बेटे के बेटे की शादी थी…
सुनीता करोथवाल =========== पापा के चाचा के बेटे के बेटे की शादी थी पीहर के घर में बस एक दीवार बीच के परले पार वही भाई जिसे गोद खिलाया वही चाचा जिनकी पीठ चढ़ घूमती थी भतीजियाँ वही चाची जिनकी छातियों पर बछड़ी सी मुंह मारती थी वही आँगन जहाँ दूध लस्सी एक बाल्टी से […]
तुमने चुप रह के सितम और भी ढाया मुझ पर…तुमसे अच्छे हैं मेरे हाल पे हंसने वाले…!!
बुड़बक का पन्ना – Just for Fun ================== एक बार जंगल में शेर ने एक फैक्ट्री डाली…..!! उसमे एक मात्र काम करने वाली एक नन्ही चींटी थी जो समय से दफ़्तर आती जाती थी और फैक्ट्री का सारा काम बड़ी मेहनत और लगन से अकेले करती थी । शेर का व्यसाय बहुत ही व्यवस्थित ढंग […]