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बारह मासा का एक गीत……By-अवध बिहारी श्रीवास्तव
अवध बिहारी श्रीवास्तव Lives in Kanpur, Uttar Pradesh From Varanasi, India ============ मित्रों बारह मासा का एक गीत पूस कांधे पर अभाव की लाठी पूस घूमता गांव मे गन्ने के रस पर दिन बीता रात बिताएंगे नारायण काकी कथरी ओढ़े चुप हैं काका बांच रहे रामायण हाथ पसारें कैसे जकड़ीं मर्यादाएं पांव मे भइया ने […]
हम इतने बेवकूफ़ नही…..जाओ मौज करो…..
Tajinder Singh ============== हम इतने बेवकूफ नही….. एक दिन एक मित्र दो नारियल खरीद कर घर जा रहा था। एक बड़ा नारियल घर मे चटनी बनाने के लिए और एक छोटा नारियल ऊपरवाले पर चढ़ाने के लिए। आपने भी देखा होगा धर्म स्थलों के बाहर कभी अच्छे और बड़े नारियल नही मिलते। यही हाल देसी […]
ग़रीब घर की बेटी,,,,
लक्ष्मी कान्त पाण्डेय ========== ,,,गरीब घर की बेटी,,, “चलो निकलो मेरे घर से” शिवानी की सास अपने बेटे पर चिल्ला रही थी क्योंकि वो आज गरीब घर की बेटी शिवानी से कोर्ट मैरिज जो करके आया था, बिना दहेज के| सास के बड़े अरमान थे कि बेटे को पढाया लिखाया है तो उसकी कीमत भी […]