चीन में कोविड-19 वायरस के बारे में सबसे पहले बताने वाले एक वैज्ञानिक को अपनी प्रयोगशाला में नहीं घुसने दिया गया. वैज्ञानिक ने विरोधस्वरूप दरवाजे पर ही धरना दिया.
2020 में सबसे पहले कोविड-19 वायरस के बारे में दुनिया को बताने वाले चीनी वैज्ञानिक को लैब में घुसने से रोक दिया गया. जांग योंगजेन नाम के इस वैज्ञानिक ने सबसे पहले कोविड सीक्वेंस प्रकाशित किया था. सोमवार को जब उन्हें लैब में घुसने नहीं दिया गया तो वह दरवाजे पर ही धरने पर बैठ गए.
सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में जांग ने लिखा कि उन्हें और उनकी टीम को एकाएक सूचित किया गया कि उन्हें लैब से बाहर किया जा रहा है.
वायरस विशेषज्ञ जांग ने जनवरी 2020 में एक शोध प्रकाशित किया था. लेकिन उस शोध के प्रकाशन में उन्होंने सरकार की इजाजत नहीं ली थी. उसके बाद से उन्हें पद से हटा दिया गया और उन्हें काम करने में परेशान किया जाता रहा है.
बीते सप्ताहांत जब जांग ने लैब में जाना चाहा तो सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें रोक दिया. तब बारिश हो रही थी और वह वहीं बाहर धरने पर बैठ गए. इसकी तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर साझा की गई हैं.
इस प्रदर्शन की खबर चीनी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल होने लगी. जांग ने अपने एक सहकर्मी को बताया कि वह रात को भी लैब के बाहर ही सोये. हालांकि मंगलवार को वह कहां थे, इसकी जानकारी नहीं मिल पाई है.
Recently, a netizen posted that Zhang Yongzhen, a Chinese virologist (recognized as one of the ten leading scientists in natural sciences by the journal Nature in 2020), had his laboratory in Shanghai forcibly shut down by authorities. sleep overnight at the laboratory entrance. pic.twitter.com/LJd3FdxIPn
— Li Jianping (@cz8921469_z) April 30, 2024