साहित्य

कैसे होते हैं वो लोग जो अपनी पत्नी को घर में अकेला छोड़कर बाहर दोस्तों संग मौज-मस्ती करते हैं!

Madhu Singh
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रात के सन्नाटे में, पति ने बिस्तर पर अपनी सोई हुई पत्नी की तरफ देखा। उसका मासूम चेहरा, उसकी नर्म मुस्कान, और उसके चेहरे की शांति ने उसे गहराई से सोचने पर मजबूर कर दिया। वह काफी देर तक उसकी ओर देखता रहा, फिर मन में खुद से कहने लगा, “कितनी महान होती हैं ये महिलाएँ। बरसों तक अपने माता-पिता के लाड़-प्यार में पलती-बढ़ती हैं, और एक दिन सबकुछ छोड़कर, एक अजनबी के साथ एक नई दुनिया बसा लेती हैं।”

उसने सोचा, “यह महिला, जिसने अपने घर-परिवार, माँ-बाप, और उनके स्नेह को छोड़ दिया, अब मेरी खुशी और मेरा जीवन सँवारने में जुटी है। वह मेरे सुख-दुख में भागीदार है, मेरा हर हाल सहने को तैयार है। और यह सब इसलिए करती है क्योंकि उसने मुझसे प्रेम किया, और अपने संस्कारों की खातिर मुझ पर भरोसा किया।”

फिर पति के मन में सवाल उठने लगे: कैसे होते हैं वो लोग जो अपनी पत्नी को मारते-पीटते हैं, उसके साथ दुर्व्यवहार करते हैं, और कभी-कभी उसे घर से बाहर निकाल देते हैं?

कैसे होते हैं वो लोग जो अपनी पत्नी को घर में अकेला छोड़कर बाहर दोस्तों संग मौज-मस्ती करते हैं, जबकि उनकी पत्नी घर पर सिर्फ उनकी बाट जोहती है?
कैसे होते हैं वो लोग जो अपने परिवार के साथ बैठने का वक्त नहीं निकाल पाते, पर दूसरों के साथ समय बिताने में कभी पीछे नहीं हटते?

कैसे होते हैं वो लोग जो अपनी पत्नी को जेल जैसी जिंदगी में रखते हैं, ना उसे बाहर ले जाते हैं, ना ही उसकी बातें सुनते हैं?

कैसे होते हैं वो लोग जो अपनी पत्नी को तन्हा छोड़कर सो जाते हैं, जबकि उसकी आँखों में आँसू और दिल में दर्द होता है?

कैसे होते हैं वो लोग जो अपनी जिम्मेदारियों से मुँह मोड़कर भाग जाते हैं, जबकि उनके परिवार को उनकी सबसे ज्यादा जरूरत होती है?

फिर उसने खुद से कहा, “माँ और पत्नी का दर्जा सबसे ऊँचा है। एक वो जिसने हमें इस दुनिया में लाया, और दूसरी जिसने अपनी पूरी दुनिया छोड़कर हमारे पास आने का निर्णय लिया।”

यह सोचकर उसने अपनी पत्नी के माथे पर हल्के से हाथ फेरा और मन ही मन यह वादा किया कि वह उसे हमेशा इज़्ज़त और स्नेह देगा।