ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में आलीशान ज़िन्दगी गुज़ारने वाले नोजवान कारोबारी अली बनात जो चमकदार लग्ज़री कारों में चलते थे और महँगे डिज़ाइनर कपड़े पहनते थे जो एक भव्य जीवन शैली के साथ ज़िन्दगी गुज़ारते थे।
अली बनात को तीन साल पहले अपने आपको कैंसर से पीड़ित होने के बारे में पता चला तो अली ने अपनी ज़िंदगी की तमाम ऐश ओ इशरत को छोड़ दिया और इंसानियत पर अपनी दौलत खर्च करनी शुरू करदी ताकि मरने के बाद उसके काम आसके तो अली ने अपनी पूरी दौलत स्कूल,कॉलेज,यूनिवर्सिटी, हॉस्पिटल बनवाने में खर्च करी तथा अफ्रीका में भूख से मरने वाले लोगों को खाना पहुँचाने का काम किया।
कैंसर वीडियो के टाइटल पर बनी वीडीयो में अली बनात ने अपना बैडरूम दिखाया था जिसमें अली की स्टाइलिश ज़िन्दगी का अंदाज़ा इस बात से लगा सकते हो कि लुई वीटन नाम की कम्पनी के जूते लाइन में रखे हुए थे जो दुनिया का सबसे बड़ा ब्रांड है जिनकी कीमत $ 60,000 (£ 33, 9 45) ,40 लाख 26 हज़ार 300 रुपये 300 रुपये थी।
अली की शान ओ शौकत वाली ज़िन्दगी में दर्जनों महँगी गाडियाँ शामिल थी,अली ने अपने शौक के लिये दुनिया की सबसी महँगी गाड़ियों में से एक फेरारी स्पाईडर जिसकी कीमत $ 600,000 थी ,लेकिन जैसे ही वह बीमार हो गया, उसने महसूस किया कि इसमें से कोई भी उसके लिए कुछ भी नहीं था।
अली ने अपने एक इंटरव्यू में कहा था ‘जब आप को लगता हैं कि आप बीमार हैं या आपके पास रहने का अधिक समय नहीं है, तो यह आखिरी चीज है जिसे आप पीछा करना चाहते हैं। और इस तरह हमें रोज़ाना अपना जीवन जीना चाहिए।’
अली ने अपनी सारी दौलत अफ्रीका के गरीब देशों में खर्च करी जैसे टोगो, घाना और बुर्किना फासो में हज़ारों लाखों लोगों की मदद करी।
अली इस नैक काम के लिये घातक जानलेवा बीमारी से पीड़ित होने के बावजूद अफ़्रीक़ा के देशों में घूमे और घूम घूमकर गरीबों तक पहुंचे थे और उनकी जरूरत का अंदाज़ा लगाया था जिसके बाद अली बनात ने लोगों को पैसे से मदद करने के साथ विधवाओं के लिये 200 से अधिक गाँव बसाने,तथा मस्जिदें बनवाने,600 अनाथों के लिये एक स्कूल,एक हॉस्पिटल के निर्माण पर कार्य चल रहा था।