नई दिल्ली: अगस्त 2017 में गोरखपुर के बीआरडी कॉलेज में मासूम निर्दोष बच्चों की जान बचाने वाले डॉक्टर कफ़ील अहमद को कौन नही जानता है,जिस तरह से बच्चों की जान बचाने के लिये उन्होंने मेहनत करी थी उसको मीडिया ने जब दिखाया तो लोगों में इस पर राजनीतिक प्रभाव डालते हुए इस पूरे बाल नरसंहार के लिये कफ़ील अहमद को ही दोषी ठहरा दिया था।
लगभग 8 महीने जेल काटने के बाद कफ़ील अहमद को हाईकोर्ट ने जमानत दे दी है अब वो आज़ाद हैं,इन दिनों केरल में जानलेवा बीमारी का वायरस फैल रहा है जिसको निपाह वायरस का नाम दिया है,अब इस वायरस से पीड़ित बच्चों का इलाज करने के लिए कफ़ील अहमद को केरल के मुख्यमंत्री ने बुलाया है।
डॉक्टर कफील ने फेसबुक पर इस बारे में लिखा था कि वो कालीकट मेडिकल कॉलेज में काम करना चाहते हैं.उन्होंने इसके लिए केरल के सीएम से इजाजत मांगी थी.केरल के सीएम ने उनको खुशी-खुशी बुलाया है।
CM condoled over the demise of Lini, the nurse who died of infection while taking care of Nipah virus affected patients. It is saddening to know that she lost her life while serving others. Her selfless service will be remembered. pic.twitter.com/RaE973xRJ2
— CMO Kerala (@CMOKerala) May 22, 2018
कफील ने फेसबुक पर लिखा था कि केरल में जिस तरह से निपाह वायरस से मौत के मामले सामने आए हैं,वो सोने नहीं दे रहे हैं.उन्होंने लिखा था कि केरल के सीएम से उनकी दरख्वास्त है कि वो मुझे कालीकट मेडिकल कॉलेज आकर मरीजों की सेवा करने का मौका दें.कफील ने केरल में निपाह के इंफेक्शन के बाद दम तोड़ने वाली नर्स लिनि को भी श्रद्धांजलि दी थी।
Dr Kafeel Khan’s request to serve in Nipah virus affected regions has come to the attention of CM Pinarayi Vijayan. Even in the face of danger, many doctors continue to toil for the benefit of society, without being mindful of their own well-being. Dr Khan is one among them.
— CMO Kerala (@CMOKerala) May 22, 2018
कफील की पोस्ट के करीब छह घंटे बाद केरल के सीएम पी विजयनन ने कहा कि राज्य सरकार बहुत खुश होगी,अगर डॉ कफील यहां आकर काम करेंगे। केरल के सीएम ऑफिस के फेसबुक अकाउंट से कहा गया है कि डॉ कफील ने निपाह वायरस से प्रभावित क्षेत्र में काम करने की इजाजत मांगी है.इस क्षेत्र में काम करना आसान नहीं है लेकिन कफील समाज के लिए सेवाएं देना चाहते हैं तो केरल की सरकार उनका बहुत स्वागत करती है.गौरतलब है कि केरल में निपाह वायरस से कई लोगो की मौत हो चुकी है।