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कुत्तों के काटने की बढ़ती घटनाओं के बीच, कुत्तों की इन नस्लों पर लगेगा बैन!

कुत्तों के काटने की बढ़ती घटनाओं के बीच केंद्र सरकार ने राज्यों से ख़ूंख़ार कुत्तों की 23 नस्लों पर बैन लगाने को कहा है.

इनमें पिटपुल टेरियर, अमेरिकन बुलडॉग, रॉटवीलर और मास्टिफ़ ब्रीड शामिल हैं.

समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक़, राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों को इस बारे में 12 मार्च को निर्देश जारी किए गए थे.

इसके मुताबिक जिनके पास कुत्तों की ये ब्रीड हैं, उन्हें स्टेरिलाइज़ किया जाए ताकि उनकी संख्या को बढ़ने से रोका जाए.

ये निर्देश पशुपालन और डेयरी विभाग ने पशुपालन विभाग के कमिश्नर की अगुवाई में एक विशेषज्ञ पैनल का गठन किया था, जिसने कुत्तों की 23 नस्लों की पहचान की, जो इंसानों के लिए ख़तरनाक हैं.

पिटबुल टेरियर, टोसा इनू, अमेरिकन स्टाफ़ोर्डशायर टेरियर, फिला ब्रासिलीरो, डोगो अर्जेंटिनो, अमेरिकन बुलडॉग, बाएरबोएल कांगल, सेंट्रल एशियन शेफ़र्ड डॉग और कॉकेशियन शेफ़र्ड डॉग.

रशियन शेफ़र्ड डॉग, टॉर्नजाक, सर्प्लानिनाक, जापानीज़ टोसा और अकिता, मास्टिफ़्स, टेरियर, रोडेशियन रिजबैक, वुल्फ़ डॉग्स, कैनारियो, अकबाश डॉग, मॉस्को गार्ड डॉग, केन कोर्सो और बैनडॉग.

एक्सपर्ट पैनल की सिफ़ारिश के अनुसार, “क्रॉस ब्रीड समेत इन कुत्तों का बाहर से आयात करना, ब्रीडिंग और बेचना प्रतिबंधित होगा.”

केंद्रीय पशुपालन और डेयरी विभाग ने स्थानीय निकायों और राज्यों के पशुपालन विभागों से इन प्रतिबंधित कुत्तों की नस्ल की बिक्री और ब्रीडिंग के लिए लाइसेंस न देने का निर्देश दिया है.