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“लो खाओ और मरो, कोई अच्छी चीज़ तो तुम लोग खाओगे नहीं बस यही है गू गोबर खाओ और पचर-पचर थूको…”चित्र गुप्त
https://www.youtube.com/watch?v=UaQU-VtzIjM चित्र गुप्त ==================== दो रुपए ****** ठिठुरन भरी सुबह में ट्यूशन पढ़कर लौट रहे बच्चे एक हाथ अपनी जेब में डाले और दूसरे हाथ से साइकिल का हैंडल सम्हाले झुंड में जोर जोर से बातें करते और ठठ्ठा लगाते जा रहे थे। सड़क किनारे थोड़ी थोड़ी दूर पर घर बने हुए थे। कुछ भैंसें […]
ग़रीबी का भूत चारों तरफ़ नाच रहा था और वो था कि दौड़े चला जा रहा था….
Nitin Thakur ================== बचपन से उसे मेहनत करने की आदत थी। ना करता तो ज़िंदा बच पाना मुश्किल था। वो अपना देश और शहर छोड़कर परदेस में इसलिए जान खपा रहा था ताकि गरीबी के अभिशाप से जान छुड़ा सके। पांच महीने की जी तोड़ मेहनत के बाद वो फिलाडेल्फिया से ऊबने लगा था। एक […]
मोहताज…..इससे पूर्व भी एक बार मंदिर में मेरी चप्पलें गायब हो चुकी थी!
Tajinder Singh ============ मोहताज….. मेरी नई नई शादी हुई थी। घर मे सब मेहमान अभी थे ही। मेरे रिश्ते की सभी छोटी बहनों और भाइयों ने भाभी के साथ मंदिर जाने की जिद की। ये मंदिर एक छोटी सी पहाड़ी पर करीब दो किलोमीटर दूर था। हम सब दर्शनों के लिए पैदल ही चले गए। […]