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कानपुर : खेत से पकड़कर संजीव को हमीरपुर ले गई थी पुलिस…..उसके बाद

कानपुर।कानपुर के शिवराजपुर के बोझा ग्राम पंचायत के मदारीपुर गांव निवासी सूरज यादव सोमवार देर रात पैतृक गांव पहुंचा। यहां परिवार के विजय, वीर सिंह, बड़ी अम्मा और भाभी सीमा ने उन्हें दिलासा दी। सूरज और अमन ने वर्ष 2011 में कोर्ट मैरिज कर दूसरी शादी की थी। सूरज के मुताबिक, अमन का पहला पति लालू पुलिस में सिपाही है।

पहली पत्नी शशि और उससे एक बेटा है। हालांकि वे अब कहां हैं, इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है। त्रिभुवन से मुलाकात करीब डेढ़ साल पहले हुई थी। सूरज ने ही त्रिभुवन को अंबेडकर नगर में किराये पर रखवाया था। सूरज के मुताबिक, शादी के बाद बहन विमला और बहनोई धर्मेंद्र ने दोनों से रिश्ता तोड़ लिया था।

रात करीब आठ बजे हमीरपुर की जरिया पुलिस गांव पहुंची और घटना के बारे में बच्चों से पूछताछ की। सूरज ने बताया कि कार चालक संजीव उनके बहनोई का सगा भतीजा है। सूरज का बड़ा भाई राम सिंह यादव बिकरू कांड का आरोपी है और घटना के बाद से गैंगस्टर में जेल में बंद है।

खेरेश्वर घाट पर हुआ महिला का अंतिम संसकार, पति ने दी मुखाग्नि
हमीरपुर में पोस्टमार्टम के बाद सोमवार देर रात महिला का शव लेकर पति सूरज और बेटा शिव उर्फ रामजी अपने मूल निवास बोझा ग्राम पंचायत के मदारीपुर गांव पहुंचे थे। मंगलवार सुबह करीब नौ बजे परिजन और मिलने वाले लोग शव लेकर खेरेश्वर घाट पहुंचे। पति सूरज ने अमन के शव को मुखाग्नि दी। इस मौके पर मृतका के जेठ विजय यादव, देवर वीर सिंह यादव के अलावा बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।

वीर सिंह पर छह आपराधिक मामले दर्ज
वीर सिंह राजपुर थाने से हिस्ट्रीशीटर है, उसके खिलाफ छह आपराधिक मामले दर्ज हैं। वर्ष 1995 में उसके खिलाफ राजपुर थाना में हत्या के प्रयास में मुकदमा दर्ज हुआ था। इसी वर्ष मारपीट व एससीएसटी एक्ट के मुकदमा भी पुलिस ने दर्ज किया।

वर्ष 1996 में गुंडा एक्ट, उसके दो महीने बाद मिनी गुंडा एक्ट के अलावा 1997 में पुलिस ने दोबारा गुंडा एक्ट की कार्रवाई की। वहीं 2017 में पुलिस ने बलवा का मुकदमा दर्ज किया।

पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार वीर सिंह हिस्ट्रीशीटर अपराधी है। बताया जा रहा है कि वह गांव में बहुत कम रहता था। थानाध्यक्ष दिनेश गौतम ने बताया कि वीर सिंह के खिलाफ 1995 से 2017 तक छह मामले दर्ज हुए हैं।

जिस कार का हत्या में हुआ इस्तेमाल, वह संजीव के बड़े भाई की
वीर सिंह की ससुराल नारायणपुर में होने की वजह से उसका आना-जाना था। यहीं पर वह संजीव के संपर्क में आ गया। संजीव गांव में रहकर खेती किसानी करता है। उसके पास एक ट्रैक्टर व एक कार है।

वहीं जिस अर्टिगा कार का घटना में इस्तेमाल हुआ, वह उसके बड़े भाई दिनेश की है। दिनेश जुलाई में गांव छोड़कर दिल्ली चला गया था और वहां कपड़े का कारोबार करता है।

सट्टी का रहने वाला बताया जा रहा कल्लू
पुलिस ने एक आरोपी कल्लू को गिरफ्तार किया है। वह सट्टी का रहने वाला बताया जा रहा है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक कल्लू भी आपराधिक किस्म का है। वह सिकंदरा क्षेत्र के त्रिभुवन उर्फ चतुर सिंह से परिचित था।

खेत से पकड़कर संजीव को हमीरपुर ले गई थी पुलिस
अमन की हत्या के बाद पुलिस ने सोमवार रात राजपुर, सट्टी, मंगलपुर थाना क्षेत्र में आरोपियों धरपकड़ के लिए छापेमारी की। इस दौरान राजपुर क्षेत्र में हिस्ट्रीशीटर वीर सिंह के घर दबिश दी। मगर पुलिस के पहुंचने की भनक पर हिस्ट्रीशीटर भाग निकला।

वहीं मंगलपुर के परौंख गांव के मजरा नारायणपुर से कार चालक संजीव कुमार को पकड़ा और हमीरपुर ले गई है। एसओ मंगलपुर संजय गुप्ता ने बताया कि हमीरपुर पुलिस संजीव को खेत से पकड़कर ले गई है।