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कांग्रेस और इंडिया गठबंधन संविधान बचाने के लिए लड़ रहे है, मोदी, अमित शाह, बीजेपी और आरएसएस लोकतंत्र और संविधान को ख़त्म करने में लगे है : राहुल गांधी

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केरल की वायनाड लोकसभा सीट से नामांकन पत्र दाख़िल कर दिया है. इस मौके पर उनके साथ उनकी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा भी मौजूद थीं.

साल 2019 में वह इसी सीट से चुनाव जीत कर संसद पहुंचे थे.

राहुल गांधी अमेठी से चुनाव लड़ेंगे या नहीं इसे लेकर सस्पेंस बरकरार है. अब तक कांग्रेस ने अमेठी औैर रायबरेली सीट से उम्मीदवारों के नाम का एलान नहीं किया है.

राहुल गांधी अमेठी से चुनाव लड़ते रहे हैं, लेकिन साल 2019 में उन्हें इस सीट पर बीजेपी उम्मीदवार स्मृति ईरानी से हार का सामना करना पड़ा था.

वहीं रायबरेली सीट जिससे सोनिया गांधी चुनाव जीत कर लोकसभा जाती रही हैं उनकी जगह कांग्रेस किसे मैदान में उतारेगी इस पर भी सबकी निगाहें हैं. सोनिया गांधी ने स्वास्थ्य कारणों से लोकसभा चुनाव ना लड़ने का फैसला किया है.

माना जा रहा है कि रायबरेली से प्रियंका गांधी वाड्रा चुनावी डेब्यू कर सकती हैं.

राहुल गांधी 2019 में इस सीट से जीतकर लोकसभा पहुंचे थे. 2019 के चुनावों में राहुल गांधी यूपी की अपनी पुरानी सीट अमेठी से चुनाव हार गए थे.

वायनाड से नामांकन दाखिल करने के बाद राहुल गांधी ने मीडिया से बात की.

राहुल गांधी ने कहा, “ये लड़ाई लोकतंत्र और संविधान को बचाने के लिए है. एक तरफ कांग्रेस और इंडिया गठबंधन संविधान के लिए लड़ रहे हैं. दूसरी तरफ, पीएम मोदी, अमित शाह, बीजेपी और आरएसएस के लोग लोकतंत्र और संविधान को ख़त्म करने में लगे हुए हैं.”

नामांकन दाखिल करते वक़्त राहुल के साथ उनकी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा भी मौजूद थीं.

प्रियंका से पत्रकारों ने पूछा कि क्या राहुल गांधी इस बार वायनाड सीट पर पांच लाख वोटों से जीतेंगे?

इसके जवाब में प्रियंका बोलीं- “हां होना चाहिए, क्यों नहीं?”

राहुल गांधी अमेठी से चुनाव लड़ते रहे हैं, लेकिन साल 2019 में उन्हें इस सीट पर बीजेपी उम्मीदवार स्मृति इरानी से हार का सामना करना पड़ा था.

रायबरेली सीट से सोनिया गांधी चुनाव जीतती रही हैं, उनकी जगह कांग्रेस किसे मैदान में उतारेगी? इस पर भी सबकी निगाहें हैं. सोनिया गांधी ने स्वास्थ्य कारणों से लोकसभा चुनाव ना लड़ने का फैसला किया है.

सवाल पूछा जा रहा है कि क्या रायबरेली से प्रियंका गांधी वाड्रा चुनावी मैदान में उतर सकती हैं? कांग्रेस ने अब तक इस सवाल का जवाब नहीं दिया है.