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पवित्र क़ुरआन के चौदहवें सूरे का नाम इब्राहीम है जिसमें 52 आयतें हैं। इस सूरे की 28वीं और 29वीं आयतें को छोड़कर इसकी सभी आयतें मक्के में उतरी हैं। इसका कारण यह है कि इस सूरे में हज़रत इब्राहीम और उनकी दुआओं और लोगों के मार्गदर्शन की दिशा में इस महान ईश्वरीय दूत के प्रयासों […]
हजरत मोहम्मद स.अल.व्सल्लम ने फरमाया सूद(ब्याज)लेना अपनी माँ के साथ यौन सम्बन्ध बनाने जैसा है,
इस्लामी डेस्क: ब्याज एक समाजिक बुराइ है,जिससे जरूरत मंद लोगो का शोषण और उनका उत्पीडन किया जाता है.इस्लाम दीन फितरत है.अल्लाह का बनाया हुआ दीन है,इसी वजह से ब्याज को बहुत बुरा और गुनाह -ऐ-अज़ीम बताया है.नबी पाक सल्लाहू अलैय्ही वसल्लम ने इसके बारे में सख्त हिदायात ब्यान फरमाई हैं। हज़रत अबू हुरैरा रजि.से रिवायत […]
पवित्र क़ुरआन पार्ट-28 : शैतान की चालों और उसके बहकावे से होशियार रहें!
महान व सर्वसमर्थ ईश्वर पवित्र कुरआन के सूरये नहल की ४८ वीं आयत में कहता है” क्या उन लोगों ने ईश्वर की सृष्टि में से किसी एसी चीज़ को नहीं देखा जिसकी छाया कभी दाहिने ओर और कभी बायीं ओर पलटी रहती है और विनम्रता के साथ ईश्वर का सजदा करती है? पवित्र कुरआन की […]