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अधूरेपन में जो ख़लिश है, सच्चे इश्क़ की वो तपिश है…By-रीमा सिन्हा ‘संवेदना
रीमा सिन्हा ‘संवेदना ============ अधूरेपन में जो ख़लिश है, सच्चे इश्क़ की वो तपिश है। हाल पर हँसता है ज़माना, ज़माने की हमसे रंजिश है। ख़्वाब से पूरी होती खुशियां, हक़ीक़त की अपनी बंदिश है। अधूरा तो हर कोई है दुनियां में, अधूरापन पूर्णता की कोशिश है। पूरे होकर रुक जायेंगे राह में, अधूरापन क़ल्ब […]
ग़ज़ल : सर्द रातों के ये दुशाले से…हैं भरे बर्फ़ के पियाले से…By-कुसुम शर्मा अंतरा
Kusum Sharma Antra ============= ग़ज़ल खोना हूं कुछ पाना हूं मैं भी इक मयख़ाना हूं मुझ में वक्त का दरिया है सिर्फ़ मैं आना जाना हूं दुनिया ने ठुकराया है मैं सदियों का ताना हूं हूं बेशक गुलकंद सी पर नफ़रत का पैमाना हूं मुझ को समझ न पाओगे मैं तो इक अफ़साना हूं तंज […]
हिंदी भाषा शान है, हिंदी ही अभिमान…By…व्यंजना आनंद, बेतिया “बिहार”
Vyanjana Anand =============== हिन्दी दी हार्दिक बधाई आप सभी को 🙏 *हिन्दी भाषा* ************* हिंदी भाषा शान है, हिंदी ही अभिमान । मिलती हिंदी से हमें, सप्त सुरों की तान ।। व्यंजन स्वर अति भावने, प्राचिनता के स्त्रोत । भाव समाहित है सभी, हृदय मृदुलता बोत ।। राष्ट्र गान की पंक्ति में, हिंदी के हर […]