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मुंह-दिखाई की रस्म ❤❤🥰🥰🥰🥰
हमारी शादी के समय मुंहदिखाई के लिए भी हर रोज ही तैयार होना पड़ता था, अब तो मुंहदिखाई की रस्म भी at home में बदल गई है, एक दिन में ही निपट जाता है, पर हमारी मुंह दिखाई महीनो चली थी, और दूर दूर की भी रिश्तेदार जो शादी में नही आ पाई थी मुंहदिखाई […]
बिछुड़ने से पहले का दिन….
संजय नायक ‘शिल्प’ =========== चन्द्ररूपायनम ( बिछुड़ने से पहले का दिन….) “पार्वती, जो हो रहा है उसे रोक दो , अब रूपा ने हद पार कर दी है।” रूपा के पिताजी ने माँ से कहा। ” किया क्या है रूपा ने? ” ” अरे , मुझसे पूछती हो..?? पूरा शहर जानता है रूपा ने क्या […]
हम चाहते कुछ और हैं, होना कुछ और चाहिये, होता कुछ और है। जैसे सब गड्डमगड्ड है….By-सर्वेश तिवारी श्रीमुख
Sarvesh Kumar Tiwari ============ और अंततः एक बरस और बीत गया। बीतता साल यदि राम के बनवास की तरह बीत जाय तो क्या बात हो, पर जीवन बीतता दशरथ की आयु की तरह ही है। यूँ ही चलते चलते पता चलता है कि हाथ से कुछ पल और सरक गए… ‘बिहारी’ मेरे प्रिय कवि हों, […]