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“एक पागल को पागल बनकर ही सम्भाला जा सकता है”….By-B B Singh
B B Singh =============== पागल को समझना उसके क्रोध को अग्नि के समान वृध्दि करना है पागल को पागल बन कर ही संभाला जा सकता है एक बार एक पढ़ा लिखा पागल, पागलखाने से डॉक्टर के कपड़े चुरा कर भाग निकला। अच्छे कपड़ों में उसका पागलपन दब गया था। चलते-चलते वह एक रेस्त्रां के सामने […]
*ये शर्मिंदा होने का नया दौर है*….उन्होंने नग्नता को सदा बनाया अपना अचूक अस्त्र—डॉ. शैलजा दुबे
डॉ. शैलजा दुबे ============== * ये शर्मिंदा होने का नया दौर है * उन्होंने नग्नता को सदा बनाया अपना अचूक अस्त्र और वे हथेलियों को बनाती रहीं वस्त्र ढकती रहीं अपने वक्ष या जंघाओं का मध्यस्थल तमाशबीन लोग थोथा थू थू करते लेते रहे नयन सुख क्योंकि स्त्री की नग्नता है सबसे बड़ा सुख स्त्री […]
एक प्यासा आदमी एक कुएं के पास गया, जहां एक जवान_औरत पानी भर रही थी….
Rishi Kumar Pandey =========== एक प्यासा आदमी एक कुएं के पास गया, जहां एक जवान_औरत पानी भर रही थी उस आदमी ने औरत से थोड़ा पानी पिलाने के लिए कहा खुशी से उस औरत ने उसे पानी पिलाया। पानी पीने के बाद उस आदमी ने औरत से पूछा कि आप मुझे औरतों की त्रिया चरित्र […]