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सृष्टि का भावी पिता——अशोक साहनी की रचना पढ़िये!
Ashok Sahni Jalandhar, India ============== *************** सृष्टि का भावी पिता——( अशोक साहनी ) **************** ठोस है रात मगर इसको क्या कहूँ तीरगी बनके फ़सानों से धुँआँ उठता है इस्पात से अल्फ़ाज़ कुठाली में जल्द अज़ जल्द ढल जाने को ललायित हैं तड़फड़ाती हुई ज़िन्दगी के बेतरतीब साँचे में जगह पाने को ********************* कसमसाते हुए दिल […]
अपनी प्लेट में दो तरह की आइसक्रीम का मज़ा लेती सुनीता ने अपने देवर…
Madhu Singh ================== अपनी प्लेट में दो तरह की आइसक्रीम का मज़ा लेती सुनीता ने अपने देवर विनोद को कहा, “क्या देवर जी तीसरी बेटी होने पे कौन पार्टी देता है? अब तो दहेज़ के पैसे जुटाना शुरू कर दो।” अपनी भाभी के प्लेट को देख हँसते हुए विनोद ने कहा, अरे भाभी ! “आप […]
उम्मीद का मौसम,,,,,,शायर – राम चरण राग
चित्र गुप्त ============== उस समय मैं गुवाहाटी में था जब रामचरण राग जी का फोन आया था कि अपना पता भेजिए एक किताब भेजना है। पता मैने भेज दिया था और पुस्तक प्राप्ति की प्रतीक्षा में था। कुछ समय बाद राग जी का फोन दोबारा आया कि आपने जो पता भेजा था वह डिलीट हो […]