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कितना रंगीन है ये जहाॅं तुम कहो….मनस्वी अपर्णा की इक नज़्म आप सभी की पेश-ए-ख़िदमत है मुलाहिज़ा हो …
मनस्वी अपर्णा ===========· अरसे बाद इक नज़्म आप सभी की पेश ए खिदमत है मुलाहिज़ा हो … 🙏🏽🙏🏽🙏🏽 कितना रंगीन है ये जहाॅं तुम कहो ख़ूबसूरत खुला आसमाॅं तुम कहो तुम कहो ज़िन्दग़ी ये बहुत ख़ूब है तुम कहो ये खुदी से ही मंसूब है जीस्त है इक सफ़र ख़ुशनुमा तुम कहो है तुम्हारा ख़ुदा […]
दार्सनिक कुत्ता…मास्टर लड़की पर डोरे डाल रहा है…फिर छेदालाल ने सच जानने के लिए छुपकर…!!
Kavita Krishnapallavi =================== ( बेहद अँधेरे दिनों में भी हँसना ज़रूरी होता है I जीवन की विडम्बनाओं पर, त्रासदियों पर, अपने दुश्मनों पर, फ़ासिस्टों पर, नकली वामपंथियों पर, लिबलिब लिबरलों पर, कूपमंडूक “सद्गृहस्थों” पर दिल खोलकर हँसना चाहिए I हँसना ऊर्जस्वी और ताज़ादम बनाता है I इसलिए एकदम उन्मुक्तता और निर्मलचित्तता के साथ हँसना ज़रूरी […]
द रिकवरी एजेंट…..By-संजय नायक ‘शिल्प’
संजय नायक ‘शिल्प’ =========== द रिकवरी एजेंट….. वो जैसे ही घर के लिए गुजर रही थी, उसके घर से ठीक 6 घर पहले जो घर आता था । उसमें बहुत भीड़ जमा थी । अंदर से रोने की आवाजें भी आ रही थी । उसने अपनी कार नहीं रोकी इस घर में रहने वाली जो […]