लखनऊ: देश के सबसे पुराने विवादित मुद्दे बाबरी मस्जिद पर शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे जव्वाद ने स्पष्ट रूप से कह दिया है कि मस्जिद की जमीन पर केवल मस्जिद ही बन सकती है. उन्होंने हाल ही में आए शियाओं के प्रमुख धर्मगरु व मरजा-ए-आलीकद्र आयतुल्लाह सैयद अली सीस्तानी के उस फतवे का समर्थन किया है, जिसमें कहा गया था कि वक्फ संपत्ति को किसी दूसरे को अपनी इबादतगाह एवं धर्मस्थल बनाने के लिए नहीं दिया जा सकता है।
लखनऊ इमाम बाड़े के इमामे जुमा मौलाना सैयद कल्बे जव्वाद नकवी ने जुमे की नमाज के खुतबे में बिना नाम लिए शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिजवी की निंदा की, जिन्होंने कहा था कि अयातुल्लाह सीस्तानी ने फतवा किसी के दबाव में दिया है।
मौलाना जव्वाद ने कहा कि अयातुल्लाह सीस्तानी ने जो फतवा दिया है, वही नजरिया शियाओं का भी है. मौलाना ने कहा, ‘‘हम पहले भी कह चुके हैं कि मस्जिद की जमीन पर सिर्फ मस्जिद ही बन सकती है. वसीम रिजवी खुद को गिरफ्तारी से बचाने के लिए ऐसे काम कर रहे हैं. जो लोग अपने प्रमुख उलेमा व मराजे की बात नहीं, मानते वे शिया नहीं हो सकते.’’
मौलाना ने कहा कि अपराधी बोर्ड के वे सदस्य जो रिजवी का समर्थन कर रहे हैं, उनकी खामोशी यह साबित कर रही है कि वे उसके सभी अपराधों में शामिल हैं. मौलाना ने कहा कि कौम वक्फ बोर्ड के सदस्यों से मांग करे कि वे अयातुल्लाह सीस्तानी की निंदा करने वाले अपराधी वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष को उनके पद से हटाएं, वरना उनका बहिष्कार किया जाए