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कर्नाटक सरकार ने राज्य के बोर्ड के पाठ्यक्रम को रिवाइज़ करने का प्रस्ताव दिया, संघ से जुड़े पाठ को हटाने का प्रस्ताव दिया!

कर्नाटक सरकार ने राज्य के बोर्ड के पाठ्यक्रम को रिवाइज़ करने का प्रस्ताव दिया है और संघ से जुड़े पाठ को हटाने का प्रस्ताव दिया गया है.

आरएसएस के संस्थापक केशव बलिराम हेडगेवार पर एक अध्याय पिछले संशोधन के दौरान राज्य पाठ्यक्रम में शामिल किया गया था. इस शैक्षणिक वर्ष से उसे हटाने का प्रस्ताव मुख्यमंत्री सिद्धारमैया सरकार ने दिया है.

इस विवाद पर बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव सीटी रवि ने कहा है,“कांग्रेस पाठ्यक्रम बदल सकती है क्योंकि वो सत्ता में हैं. लेकिन वो इतिहास नहीं बदल सकती. सबको संघ परिवार की देशभक्ति के बारे में पता है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी एक स्वयंसेवक हैं. संघ हर जगह है, क्या आप वो निकाल सकते हैं? संघ को पाठ्यक्रम से तो निकाल सकते हैं लोगों के दिलों से कैसे निकालेंगे. कई कोशिशों के बावजूद संघ की विचारधारा को निकाल नही सकते. कांग्रेस के लोग देशभक्ति देश से निकाल कर आख़िर लाना क्या चाहते हैं.”

कर्नाटक के पूर्व शिक्षा मंत्री और बीजेपी नेता बीसी नागेश ने कहा है, “हमने इन लोगों को भरोसे में लेकर (पाठ्यपुस्तकों में) बदलाव किए. लेकिन इन परिवर्तनों से वो आहत हुए, हमने नेहरू पर पाठ हटा दिया और टीपू सुल्तान पर पाठ कम कर दिया था. हम ऐसे पाठ लेकर आए जिससे छात्रों में राष्ट्रवाद की भावना विकसित होती. हालांकि कांग्रेस ने कई सालों तक देश और राज्य पर शासन किया लेकिन उन्हें शिक्षा प्रणाली की कोई परवाह नहीं है. हम अब तक मैकाले की बनायी हुई शिक्षा प्रणाली ही फॉलो कर कर थे.”