नई दिल्ली:जनतादल सेक्युलर ने चुनाव से पहले मुसलमानों से वादा किया था कि अगर सरकार में आये तो किसी मुसलमान को कर्नाटक का उप मुख्यमंत्री बनाएँगे,सत्ता में आने के बाद इसकी सुगबुगाहट हुई ज़रूर लेकिन किसी मुसलमान को उप मुख्यमंत्री नही बनाया गया है,इसके बाद राज्य के 14 प्रतिशत मुसलमानों की निगाहें मंत्री मण्डल के विस्तार पर थी लेकिन वहां भी मुसलमानों को वादा खिलाफी का सामना करना पड़ा है।
कुमारा सवामी की कोंग्रेस के समर्थन वाली सरकार में मंत्रीमण्डल का विस्तार हुआ है जिसमें 25 कैबिनेट मन्त्रियों ने बुधवार (6 जून)को शपथ ली है ,जिसमें 14 काँग्रेस के विधायक और 9 जेडीएस के विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली है,काँग्रेस से कर्नाटक में 7 बार विधायक बने रोशन बैग को नजरअंदाज करना किसी की भी समझ में नही आरहा है,जिसके बाद कर्नाटक राज्य के 14 प्रतिशत मुस्लिम मतदाताओं ने अपने आपको ठगा हुआ महसूस किया है।
A group of Muslim organisations brief media, demand that either 7-time Congress MLA Roshan Baig or some other leader from muslim community be made the Deputy CM in the new government in Karnataka. #Karnataka pic.twitter.com/cO39oNqLhZ
— ANI (@ANI) May 22, 2018
इससे पहले रोशन बैग को राज्य के उपमुख्यमंत्री बनाने की भी मांग की गई थी,जिस पर रोशन बैग ने भी समर्थकों का समर्थन किया था,66 साल के आर रोशन बैग कर्नाटक का एक प्रभावशाली चेहरा हैं,जो अल अमीन एजुकेशनल सोसाइटी के वाइस चेयरमैन हैं,इसके अलावा उनकी कर्नाटक में हर वर्ग में काफी मजबूत पकड़ है।
What is wrong in it? Why not? If people from other communities can make demands then why can't people from my community? But, in the end high command will decide: R.Roshan Baig, Congress MLA on Muslim organisations demanding that he be made Deputy CM #Karnataka pic.twitter.com/byLjnfylJV
— ANI (@ANI) May 22, 2018
मंत्री पद न मिलने से इसके अलावा भी कई विधायक नई नवेली सरकार से नाराज़ है,उनके समर्थक सड़कों पर उतरकर उनके लिये मंत्रलाय की माँग कर रहे हैं,नाराज़ विधायकों से मिलने के लिये मुख्यमंत्री कुमारास्वामी पहुँचे थे,और विधायकों को भरोसा में लेने का काम किया था।
#Karnataka: Supporters of #Congress' Ramalinga Reddy protest outside Bengaluru's Town Hall demanding ministerial berth for him in the state cabinet. pic.twitter.com/w83J3TwdzW
— ANI (@ANI) June 9, 2018
इन्हें मिली कैबिनेट में जगह
कांग्रेस: आरवी देशपांडे, डीके शिवकुमार, केजी जॉर्ज, कृष्ण बायरे गौड़ा, शिव शंकर रेड्डी, रमेश जरकिहोली, प्रियंक खड़गे, यूटी अब्दुल खादेर, जमीर अहमद खान, शिवानंद पाटिल, वेंकट रामनप्पा, राजशेखर बासवराज पाटिल, पुत्तरंगा शेट्टी, जयमाला। प्रियंक कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे हैं।
जेडीएस:एचडी रेवन्ना, बंडेप्पा काशेमपुर, जीटी देवेगौड़ा, डीसी थामन्ना, एमसी मनागुली, एसआर श्रीनिवास, वेंकटराव नाडेगौड़ा, सीएस पुत्तराजु और एसआर महेश। बता दें कि एचडी रेवन्ना पूर्व प्रधानमंत्री और जेडीएस चीफ एचडी देवेगौड़ा के दूसरे बेटे हैं।
बसपा:एन महेश
निर्दलीय:आर शंकर