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कब निजात मिलेगी तथाकथित नीम-हक़ीम झोलाछाप बंगाली डाक्टरों से, कब आएंगे बेरोजगार नर्सिंग कार्मिकों के अच्छे दिन : बांसवाड़ा राजस्थान से धर्मेन्द्र कुमार सोनी की क़लम से

कुशलगढ़ जिला बांसवाड़ा राजस्थान रिपोर्टर धर्मेन्द्र कुमार सोनी की कलम से
9783421590
लोकेशन कुशलगढ़
आखिर कब आएंगे बेरोजगार नर्सिंग कार्मिकों के अच्छे दिन!
कब निजात मिलेगी तथाकथित नीम-हकीम झोलाछाप बंगाली डाक्टरों से
एक और हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अच्छे दिन की बात कहते हैं वहीं राजस्थान में भाजपा की डबल इंजिन की सरकार है लेकिन दुर्भाग्य की भात है कि केन्द्र व राज्य में भाजपा की सरकार होने के बावजूद भी प्रदेश में हजारों की संख्या में नर्सिंग प्राप्त चाहें एएनएम हो या जीएनएम या नर्सिंग किए प्रदेश में हजारों की संख्या में नोकरी के अभाव में बेरोजगार युवक युवतियां नोकरी की आस लिए नोकरी के लिए आस लगाए बैठे हैं पर डबल इंजन की सरकार इन बेरोजगारों को नौकरी देने में क्यों कंजुसी कर रहीं हैं, वो तो सरकार ही जाने,

वही राजस्थान के बांसवाड़ा संभाग के शहर हो या गांव ढाणी में दीमक की तरह तथाकथित नीम-हकीम झोलाछाप बंगाली डाक्टरों जो अवैध रूप से बीना खौफ अपने नीजी चिकित्सालय चला कर ईलाज के नाम पर अपनी तिजोरियां भरने से बाज़ नहीं आ रहे हैं डबल इंजन की सरकार में उच्च पदों पर बैठे जनप्रतिनिधि सिर्फ सत्ता की मलाई चाटने में व्यस्त हैं!पर बेरोजगारों के भविष्य की इन को तनिक भी चिंता नहीं एसा क्यों! चाहे डबल इंजन की सरकार हो या विपक्ष में बैठे जनप्रतिनिधि भी इन बेरोजगारों की नोकरी के लिए क्यों सरकार को घेरते नहीं!

बांसवाड़ा जिले में तीन दिन पहले चिकित्सा विभाग के जिला अधिकारी ने टीम बनाकर छोटी सरवा सहित जिले में कुछ जगहों पर तथाकथित नीम-हकीम झोलाछाप डॉक्टरों पर कार्यवाही करी कुछ तो कार्रवाई के डर से भाग छुटे इक्का दुक्का छापामार कार्रवाई कर मीडिया मे अपने व विभाग को सुर्खियों बटोर लेते हैं पर दोन दिन बाद वहीं ढांक के तीन पात वाही कहावत यंहा चरितार्थ होती दिखाई देती नजर आती है गांव ढाणी मजरों में अवैध रूप से तथाकथित नीम-हकीम झोलाछाप बंगाली डाक्टर बीना डिग्री के अपनी दुकानदारी चलाकर ईलाज के नाम पर अपनी तिजोरियां भरने में लगे हुए हैं गरीब लोगों के स्वास्थ्य के साथ जम कर खिलवाड़ हो रहा हे सबके सब ध्रतराष्ट व गांधारी की तरह आंखों पर पट्टी बांध कर चुपचाप तमाशा देख रहे हैं पर बेरोजगारों की और ध्यान क्यों नहीं देते! वहीं जिले से लेकर उपखंड मुख्यालय व जगह कानून व्यवस्था हेतु पुलिस थाने भी हे वही चिकित्सा विभाग के आला अधिकारी होने के बावजूद भी तथाकथित नीम-हकीम झोलाछाप बंगाली सीना तान कर अवैध रूप से अपनी दुकानें चला रहे हैं जो अवैध है इन पर नौकरशाही व कानून की दुहाई देने वाले आखिर क्यों कार्रवाई नहीं करते!

क्या इसी को अच्छे दिन कहते हैं दो दीन पहले इक्का दुक्का छापामार कार्रवाई की पर कुशलगढ़ के रामगढ़ चुडादा बडीसरवा पाटन छोटी सरवा मोहकमपुरा टीमेडा बडवास बीजोरी सहित अन्य जगहों पर तथाकथित निम हाकीम झोला छाप बंगाली डाक्टरो की मौज हो रही है पर सरकार हो या नोकर शाही सब के सब बेरोजगारों के साथ न्याय क्यों नहीं करतें वैसे भी कुशलगढ़ चिकित्सा विभाग मे आला अधिकारी व उपखंड मुख्यालय पर अधिकारी व पुलिस के आला अधिकारी होने के बावजूद तथाकथित नीम-हकीम झोलाछाप डॉक्टरों पर कब अंकुश लगेगा यह तो वक्त ही बताएगा?