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#छुटेली, इस तरह की औरतों के लिए सिर्फ़ पैसा ही भगवान होता है!
महाराज हरिश्चंद्र ================== #छुटेली एक समय था जब समाज में महिलाओं की सिर्फ तीन ही केटेगरी हुआ करती थीं…. #अविवाहित, #विवाहित और #विधवा । लेकिन आधुनिक समय में स्त्रियों की एक केटेगरी और बढ़ गयी, वह है #छुटेली । शायद कुछ लोग कन्फ्यूज होंगे कि यह कौन सी केटेगरी है ? तो मैं व्याख्या करती […]
अंग्रेज़ों के मित्र सिंधिया ने छोड़ी रजधानी थी, बुंदेले हरबोलों के मुँह हमने सुनी कहानी थी….सुभद्रा कुमारी चौहान की कविता पढ़िये!
खूब लड़ी मर्दानी वो तो झाँसी वाली रानी थी khoob ladi mardani जैसी झांसी की रानी लक्ष्मीबाई की वीरगाथा को अपने शब्दों में पिरोने वाली सुभद्रा कुमारी चौहान का जन्म 16 अगस्त 1004 को हुआ था। सुभद्रा कुमारी चौहान हिन्दी की सुप्रसिद्ध कवयित्री और लेखिका थीं। उनके दो कविता संग्रह तथा तीन कथा संग्रह प्रकाशित […]
”एक पत्रकार का कैरियर और स्टैंड, दोनों एक साथ नहीं हो सकते”
एक बार एक साधारण व्यक्ति ने खुश होकर एक पत्रकार महोदय को नई साइकिल भेंट कर दी , पर उसमें कैरियर नहीं था। पत्रकार महोदय बहुत खुश हुए और कैरियर लगवाने एक दुकान पर चले गए । पत्रकार महोदय ने दुकानदार से बड़े तेवर में कहा कि ” मैं एक बड़ा पत्रकार हूँ इसलिए मुनासिब […]