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ग़ज़ल : सर्द रातों के ये दुशाले से…हैं भरे बर्फ़ के पियाले से…By-कुसुम शर्मा अंतरा
Kusum Sharma Antra ============= ग़ज़ल खोना हूं कुछ पाना हूं मैं भी इक मयख़ाना हूं मुझ में वक्त का दरिया है सिर्फ़ मैं आना जाना हूं दुनिया ने ठुकराया है मैं सदियों का ताना हूं हूं बेशक गुलकंद सी पर नफ़रत का पैमाना हूं मुझ को समझ न पाओगे मैं तो इक अफ़साना हूं तंज […]
गुस्से में लिए गए फ़ैसले अक्सर ग़लत साबित होते हैं
Karuna Rani Vlog =================== सुबह का समय था, और पति-पत्नी के बीच किसी बात पर ज़बरदस्त झगड़ा हो गया। गुस्से में पत्नी चिल्लाते हुए बोली, “अब बहुत हो गया! मैंने काफी सहा, लेकिन अब एक मिनट भी आपके साथ नहीं रह सकती।” पति भी कोई कम नहीं था। उसने भी गुस्से में कहा, “तंग आ […]
शर्त लगाते हो?…मैं डेस्क के ऊपर खड़ा होकर वो दूर रखे हुए डस्टबिन में पेशाब कर सकता हूँ और एक बूँद भी डस्टबिन के बाहर ज़मीन पर नहीं गिरेगी…
. शहर में एक बुजुर्ग व्यक्ति की अमीरी के बहुत चर्चे थे। इनकम टैक्स विभाग तक बी ये बात पहुंची, तो विभाग के ऑडिटर ने जाँच के लिए उस बुजुर्ग को अपने ऑफिस बुलाया। तय तारिख के दिन बुजुर्ग व्यक्ति अपने वकील को लेकर बड़े आत्मविश्वास के साथ इनकम टैक्स ऑफिस पहुँच गया। . ऑडिटर […]