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#ऑस्ट्रेलिया में #तिरंगा लेकर #ख़ालिस्तानी गतिविधियों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर ख़ालिस्तानी समर्थकों का हमला : वीडियो

https://youtube.com/shorts/a7XpU–nAUQ?feature=share

ऑस्ट्रेलिया में खालिस्तानी समर्थकों ने इस बार तिरंगा फहरा रहे भारतियों पर हमला बोला है, इससे पहले भी वहां कई बार मंदिरों पर हमले होते रहे हैं,. खालिस्तानी समर्थकों का एक और वीडियो सामने आया है. इस वीडियो में खालिस्तानी समर्थक भारतीय छात्रों को पीटते दिख रहे हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, खालिस्तानी समर्थकों ने भारतीय छात्रों पर उस वक्त हमला किया, जब वे तिरंगा लेकर खालिस्तानी गतिविधियों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे.

Manjinder Singh Sirsa
@mssirsa
I strongly condemn anti India activities by pro Khalistani in Australia. Anti-social elements that are trying to disrupt the peace & harmony of the country with these activities, must be dealt with strongly and culprits must be brought to books.
@ANI

ये पूरी घटना मेलबर्न के फेडरेशन स्क्वायर की है. आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक, हमले में पांच लोग हुए हैं. एक युवक को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. वीडियो में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि कुछ भारतीय स्टूडेंट्स हाथों में तिरंगा झंडा लिए एक चौराहे पर खड़े हैं. तभी खालिस्तान समर्थकों ने उन पर हमला कर दिया. खालिस्तानी समर्थकों ने छात्रों से तिरंगा झंडा छीनकर उसका भी अपमान किया.

बीजेपी नेता ने घटना की निंदा की

हिंदी न्यूज वेबसाइट लल्लनटॉप की रिपोर्ट की मुताबिक, तिरंगा लिए भारतीयों ने खालिस्तान समर्थकों के जनमत संग्रह का विरोध किया था. इसके बाद ही मारपीट शुरू हुई. हमला करने वालों ने खालिस्तान जिंदाबाद की नारेबाजी भी की. बीजेपी नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने इस घटना का विरोध किया. उन्होंने लिखा, “ऑस्ट्रेलिया में खालिस्तान समर्थकों के इस भारत विरोधी गतिविधि का निंदा करता हूं. इस तरह के असामाजिक लोग देश की शांति और सद्भावना को बिगाड़ना चाहते हैं. इनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए. और दोषियों के खिलाफ केस दर्ज होना चाहिए.”

ऑस्ट्रेलिया में खालिस्तानी घटनाएं बढ़ीं

बता दें कि पिछले कुछ दिनों से ऑस्ट्रेलिया में खालिस्तानी घटनाएं काफी देखने को मिलीं. हाल में खालिस्तान समर्थकों ने कई बार हिंदू मंदिरों पर भी हमले किए हैं. 17 जनवरी को मेलबर्न के स्वामीनारायण मंदिर पर हमला किया गया था. मंदिर की दीवारों पर खालिस्तान के समर्थन में नारे भी लिखे गए थे. भारतीय उच्चायोग ने जारी बयान में हमले की आलोचना के साथ खालिस्तानी समर्थकों की बढ़ती गतिविधियों पर चिंता जाहिर की थी. भारतीय उच्चायोग ने इन घटनाओं की कड़ी निंदा भी की थी.