नई दिल्ली: भारत के 286 रनों का पीछा करते हुए हॉन्गकॉन्ग की टीम ने जिस तरह का प्रदर्शन किया था उससे उसने क्रिकेट प्रेमियों का दिल जीत लिया है,भले ही एक बार को लगने लगा था कि मैच भारत के हाथों से निकल गया है लेकिन फिर गेंदबाजों के अच्छे प्रदर्शन के बाद भारत ने वापसी करी और मैच जीत लिया,भारत ने मैच जीता लेकिन हॉंगकॉंग ने दिल जीता है।
सलामी बल्लेबाज निजाकत खान और अंशूमन राठ सधी हुई पारी खेली, भारत की तरफ से भुवनेश्वर कुमार, खलील अहमद और शार्दुल ठाकुर जैसे गेंदबाजों को जमकर पसीना बहाना पड़ा तब जाकर इनकी जोड़ी टूटी।
आईसीसी ने हॉन्गकॉन्ग से वनडे टीम का दर्जा छीनने का निर्णय लिया है। इस लिहाज से वह अपना आखिरी वनडे खेला था, इसके बाद उसे तभी वनडे दर्जा हासिल होगा, जब वह अपने प्रदर्शन में सुधार करेगा।इसमें कितने साल लगेंगे, यह कोई नहीं जानता।
हांगकांग : निजाकत खान, अंशुमन रथ (कप्तान), बाबर हयात, किंचित शाह, क्रिस्टोफर कार्टर, एहसान खान, एजाज खान, स्कॉट मैकनी, तनवीर अफजल, एहसान नवाज, नदीम अहमद
भारतीय मूल के हैं कप्तान
अंशुमन रथ का जन्म हॉन्ग-कॉन्ग में ही हुआ है। उनके माता-पिता भारत के ओड़िशा के रहने वाले थे, वो अंशुमन के पैदा होने से पहले बिज़नेस के चलते हॉन्ग-कॉन्ग शिफ्ट हो गए थे। 20 साल के अंशुमन विकेट कीपर बल्लेबाज होने के साथ-साथ टीम के कप्तान है। अंशुमन गेंदबाजी भी कर लेते हैं और उनके नाम 17 अंतराष्ट्रीय एकदिवसीय मैचों में 14 विकेट हैं। वहीं उन्होंने इतने ही मैचों में 50.33 की औसत से 755 रन बनाए हैं। अंशुमन ने अपने क्रिकेटर बनने का सपना मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर को बल्लेबाजी करते देखने के बाद सजाया था। वह 6 वर्ष के थे जब 2003 वर्ल्ड कप में सचिन तेंदुलकर ने शानदार खेल दिखाया था जिससे प्रभावित होकर उन्होंने क्रिकेटर बनने की ठानी थी।
दूसरे खिलाड़ी हैं किंचित शाह
22 साल के बाएं हाथ के बल्लेबाज किंचित शाह का जन्म मुंबई में हुआ है। वह हॉन्ग-कॉन्ग के सभी ग्रुप ऐज में क्रिकेट खेल चुके हैं। किंचित भी अंशुमन की तरह ही विकेट कीपर बल्लेबाज हैं। किंचित ने अभी तक 9 एकदिवसीय अंतर्राष्ट्रीय मुकाबले खेले हैं जिसमे उन्होंने 119 रन बनाए हैं और 4 विकेट झटके हैं। किंचित लोअर आर्डर बल्लेबाज हैं और दाएं हाथ से ऑफ स्पिन गेंदबाजी करते हैं। उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ एशिया कप के पहले मुकाबले में 26 रन की पारी खेली थी।