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#भस्मीभूतस्य_देहस्य_पुनरागमनं_कुतः…मुझे आज तक समझ नहीं आया कि कौन किसमें प्राण डालता है???
मनस्वी अपर्णा ========= #भस्मीभूतस्य_देहस्य_पुनरागमनं_कुतः_ हमारे आस पास रोज़ ऐसी कई घटनाएं घटती हैं जो हमारी किसी न किसी भावना को elicite करती है लेकिन सबको समान रूप से नहीं ….जो basic फ़र्क होता है वह होता है भावनात्मक तल का वह कितना सक्रिय है यह इस बात को तय करेगा कि आपकी प्रतिक्रिया कैसी आएगी….एक […]
#तीसरी_बार…..”थक गए हो तुम्हारी थकान दूर करने को एक कहानी सुनाता हूं”
यादव जी सैदपुर वाले =========== #तीसरी_बार बेताल बोला “है राजन तुम मुझे लादे लादे थक गए हो तुम्हारी थकान दूर करने को एक कहानी सुनाता हूं शीर्षक है तीसरी बार एक बार जंगल के राजा शेर ने सभा बुलाई और कहा कि मैं राजा हूं क्या मेरा शिकार के लिए इधर-उधर घूमता अच्छा लगेगा । […]
“याद है न! आज शाम को ठीक छ: बजे, कोर्ट में…! “
Vijay Kumar Tailong · ================ मोह भंग! °°°°°°°°° रतन जहाँ रहता था वहीं पास में खेल का कोर्ट था जहाँ रतन सुनील के साथ बैड मिन्टन खेलने जाया करता था। कुछ ऐसी आदत पड़ गई थी उसके साथ खेलने की कि शाम को रुका ही नहीं जाता था। कभी वह किसी अन्य कार्य से अपने […]