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वह चनावाला…..By-जयचंद प्रजापति
जयचंद प्रजापति ========= वह चनावाला वह चनावाला। रोज आता है। हमको चना खिलाने। मजा आ जाता है। भीगा चना, नमक, प्याज, पुदीना, धनिया, मिर्चा, नीबू सब मिलाकर देता था। एकदम पौष्टिक। सुबह ही मेरे घर पर देने चला आता है। उस बुजुर्ग के हालात को देखकर रोज मैं चना उसका लेता हूं। पहली बोहनी हमारे […]
लेखक, संजय नायक ‘शिल्प’ की====कहानी “मरीज़” क़िश्त- 3, पढ़िये!
संजय नायक ‘शिल्प’ ============== · कहानी”मरीज” किश्त- 3 उस दिन फुटबाल के इंटर कॉलेज टूर्नामेंट का फाइनल मैच था । मैच उनके कॉलेज और उस कॉलेज की चिर प्रतिद्वंदी कॉमर्स कॉलेज के बीच था । पिछले दो साल से कॉमर्स कॉलेज हारता रहा था और इस बार भी उस फाइनल मैच का रोमांच पूरे शहर […]
*ये शर्मिंदा होने का नया दौर है*….उन्होंने नग्नता को सदा बनाया अपना अचूक अस्त्र—डॉ. शैलजा दुबे
डॉ. शैलजा दुबे ============== * ये शर्मिंदा होने का नया दौर है * उन्होंने नग्नता को सदा बनाया अपना अचूक अस्त्र और वे हथेलियों को बनाती रहीं वस्त्र ढकती रहीं अपने वक्ष या जंघाओं का मध्यस्थल तमाशबीन लोग थोथा थू थू करते लेते रहे नयन सुख क्योंकि स्त्री की नग्नता है सबसे बड़ा सुख स्त्री […]