विशेष

एक ”बदचलन” औरत की सच्ची कहानी!

Harish Yadav
==============
एक #बदचलन” औरत की सच्ची कहानी
उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले के एक छोटे से गांव में
एक विधवा महिला अपने तीन बच्चों संग रहती थी उसके सभी बच्चे छोटे छोटे थे कि उसके पती का देहांत हो गया महिला बहुत ही लाचार बेबस और गरीब थी
उसके बच्चों में बेटी ही सबसे बड़ी थी बेटों का नाम रामू श्यामू और बेटी का नाम काजल था धीरे-धीरे समय बीतता गया और महिला जैसे तैसे मेहनत मजदूरी करके
अपने तीनों बच्चों को थोड़ा बहुत पढ़ा लिखाकर पालती गयी…

Image

धीरे-धीरे समय बीतता गया और बच्चों में काजल सबसे बड़ी थी काजल देखने में बहुत गोरी और सुंदर थी देखते देखते काजल 20 साल की हो गई तो बेचारी बिधवा मां ने अपनी बेटी काजल का रिश्ता प्रयागराज जिले के एक छोटे से गांव में राकेश नाम के लड़के के साथ तय कर दिया…

राकेश मुम्बई में एक प्राइवेट कंपनी में 40 हजार महीने कमाता था राकेश भी काजल को बहुत पसंद करता था क्योंकि काजल थी ही बहुत सुंदर कुछ दिनों बाद काजल और राकेश की सादी हो गई…

Image

और पांच वर्ष के अंदर ही काजल के तीन बच्चे दो बेटा और एक बेटी हुई बेटी सबसे छोटी थी लेकिन वह गूंगी थी बेचारी कुछ बोल नहीं पाती थी…

समय बीतता गया काजल को एक राज नाम के लड़के से दोस्ती हो गई काजल चोरी चोरी अपने पति से छिपाकर राज से बातें करने लगी और घर बुलाकर अवैध संबंध बनाने लगी…
काजल राज का ये सिलसिला दो से तीन महीना चला ही था कि काजल का पती राकेश मुम्बई से घर आ गया और एक दिन जब राकेश किसी काम से प्रतापगढ़ चला गया तो काजल अपने दोस्त राज को घर बुला लिया..

Image

जब राकेश दोपहर को दो बजे घर आया तो देखा बेडरूम वाले कमरे में काजल और वो लड़का एक दूसरे कि बाहों में बाहें डालकर बातें कर रहे थे..

जब राकेश ने ये सब देखा तो मानों उसके पैरों तले जमीन खिसक गई क्योंकि राज ने काजल को पैसे से लेकर हर ऐसो आराम दिया था काजल को राकेश ने भला बुरा कहां और कमरे से बाहर चला आया…

राकेश ने काजल को घर से इसलिए नहीं निकाला कि उसके तीनों बच्चे बिना मां के हो जाएंगे और काजल को समझा बुझाकर छोड़ दिया…

Image

लेकिन काजल बहुत ही बदचलन औरत थी एक दिन काजल उसी लड़के के साथ घर से भाग कर दिल्ली चली गयी और उसके साथ रहने लगी लेकिन कुछ दिन बाद उस लड़के ने काजल को मारना पीटना और गाली गलौज और बदचलन न होती तो अपने पति और तीन बच्चों को छोड़कर मेरे पास आती कहकर उसको भगा दिया…

अब काजल पता नहीं कैसे पागलों वाली बातें करती है दर दर की ठोकरें खा रही है और सच में पागल हो गई है और लोगों से खाने की भीख मांगती है…!

नोट—-
(पात्रों के नाम बदल दिए गए हैं)
दोस्तों ये सच्ची घटना दुनिया के सामने इसलिए ला
रहीं हूं कि फिर कभी कोई औरत ऐसा न करें और किसी की जिंदगी बर्बाद न हो और बच्चे बिना मां के न हों इसलिए आप सभी से हमारी गुजारिश है कि इस
Harish Yadav

May be an image of 1 person and wedding

Indra pratap
==============
मेरे एक मित्र हैं, पहले केवल परिचित थे.. धीरे-धीरे मित्रता हुई.. अब उन्हें मित्र इसलिए भी कह पाती हूँ
क्यों कि हज़ारों असहमतियों के बाद भी उन्होंने मेरे साथ बने रहना चुना है.. मैं तो खैर पहले भी ऐसी ही थी.. सहमत होने पर साथ देती हूँ, असहमत होती हूँ
तो कह देती हूँ.. मुझमें उनकी असहमतियों को सुनने का धैर्य भी है.. अपने मित्रों को किसी स्केल पर नहीं नापती.. पर कभी यह उम्मीद नहीं करती कि वे भी मेरे जैसे ही हो जाएं.. सबकी अपनी पर्सनैलिटी और निजी चयन हैं.. शायद इसलिए हमारे बीच चीज़ें लंबे समय तक बनी भी रहती हैं..

Image

डेढ़ वर्ष पहले की बात है, मेरा स्थानांतरण जिस स्कूल में हुए वहाँ स्टाफ बड़ा था.. शुरुआत में मुझे एडजस्ट होने में कुछेक महीने लगे.. स्कूल के बिल्कुल सड़क के किनारे होने के कारण यहाँ की धूल-धक्कड़ से मैं परेशान रह रही थी.. मुझे लगातार फ्लू की शिकायत रहने लगी.. कई बार दिक्कत ज्यादा बढ़ जाने पर मुझे दो-चार दिन की छुट्टियाँ भी करनी पड़ती.. मैं जब छुट्टी से वापस आई तो मेरे इन मित्र ने मुझे कहा “क्या बात है? क्यों नहीं आ रहे थे, मरने वाले थे क्या?” अब यह एक बीमारी से उठ कर आए व्यक्ति के लिए तो प्लेज़ेन्ट बात नहीं ही थी.. खैर उस दिन मैंने हँसी में बात टाल दी.. पर जब भी मैं छुट्टी लेती, तो अगले दिन मुझे उनकी इसी खराब बात को झेलना पड़ता.. सब लोगों के साथ उनका यही सो कॉल्ड मज़ाक चलता..

Image

मैं मौका ढूँढती कि क्या कहकर उन्हें रियलाइज़ कराऊँ कि ऐसी बात कहने से किसी को चोट पहुँचती होगी.. चूँकि हम ये नहीं जानते कि कौन सा व्यक्ति मानसिक या शारिरीक तौर पर किन परिस्थितियों का सामना कर रहा है, ऐसा कहना ठीक नहीं लगता..

खैर, कुछ महीनों पहले उन्होंने मुझे बताया कि पहले जब उनका स्कूल दूर हुआ करता तो रास्ते में वे इस स्कूल को देखते हुए खुद से कहते रहते, “काश इस स्कूल में मेरा ट्रांसफर हो जाता..” कहते मैं रोज़ मन ही मन ये खुद से कहता, और एक दिन जब ट्रांसफर के लिए डिपार्टमेंटल साइट खुली तो मैंने यहाँ के लिए अप्लाई कर दिया.. और सचमुच मेरा ट्रांसफर इधर हो गया.. यानी जैसी वाइब्स आप खुद को देते हैं वैसा आपके साथ होता चला जाता है.. उनकी ठीक इस बात पर मैंने उन्हें धर लिया.. मैंने उन्हें कहा कि आपने खुद को सकारात्मक वाइब्स दीं और आपके साथ सकारात्मक चीज घटीं.. फिर दूसरों को खराब बातें बोलकर क्यों नकारात्मकता फैलाते हो? उनको भी अच्छी बातें कह दिया करो.. खास तौर पर तब जब वे कमज़ोर महसूस कर रहे हों..

Image

हम्मम! उन्होंने जवाब दिया.. “अब से मैं ये ध्यान रखूँगा..”

आज हम मित्र इसलिए भी है क्योंकि हममें अपनी खराब बातों को एक दूसरे के कह देने पर त्याग देने की भावना भी है.. 🙂

कभी शिवानी को मैंने कहते सुना था “जैसा अन्न वैसा मन..” सात्विक खाना मतलब उबला हुआ खाना नहीं है, सात्विक खाने का अर्थ है सही वाइब्रेशन के साथ खाना..

Image
जैसे अच्छी वाइब्रेशन से खाया गया अनहेल्दी खाना भी कभी-कभी शरीर को उतना नुकसान नहीं पहुँचाता और विश्व की सबसे न्यूट्रिशियस डायट को भी नकारात्मक वाइब्स के साथ खाया जाए तो वह शरीर को कोई फायदा नहीं करती वैसे ही मुँह से निकले हर शब्द को भी यही संस्कार संचालित करे तो बेहतर..

इस तरह अच्छे मन, अच्छे intent के साथ कही गई हर बात सात्विक बात है 🙂

Image

अधिकांश तलाक से बचने का एक ईमानदार प्रयास।
(नोट: पत्नी के करने के बाद भी अलग से पोस्ट की गई है। वही पोस्ट स्थगित कर दी गई है इसलिए इसे स्थगित कर दिया गया है। )
महिलाएं अपने पति के जीवन में कुछ ऐसे किरदार निभाती हैं जिनके बारे में ज्यादातर पुरुष नहीं जानते हैं
पत्नी के पति के लिए 11 महत्वपूर्ण भूमिकाएं:-
1. बॉयफ्रेंड: आपकी पत्नी एक बॉयफ्रेंड है; उससे प्यार का इजहार करो, अपनी पत्नी से नहीं। उसे दिल से प्यार करो; आपका प्यार अपने आसपास के लोगों तक सीमित न रहे। जो ख्याल रख रहा है वो जानता है
2. दोस्त: आपकी पत्नी आपकी दोस्त है, उस पर भरोसा करें, उसका पालन-पोषण करें, उसके साथ खुशी मनाएं, उसके साथ शोक करें और सबसे महत्वपूर्ण बात उसके साथ खुलकर हंसें।
3. बेबी: उसे एक बच्चे की तरह व्यवहार करो। उसे लाड़ प्यार करो, उसका पोषण करो, उसकी पसंदीदा चीजें खाओ। उसे आपके साथ सोने दो, उसे गले लगाओ और उसे आपके साथ आराम महसूस करने दो।
4. रूममेट: उसके साथ एक ही कमरे में रहो, उन्हें एहसास दिलाओ कि आप दोनों एक जैसे हैं।
5. बिस्तर दोस्त: उसके साथ एक ही कमरे में मत रहो। एक ही बिस्तर पर सो जाओ, उसे अपना बिस्तर दोस्त बनाओ।
6. साथी: आपकी पत्नी सिर्फ एक दोस्त नहीं है; वह आपकी पत्नी है। उससे कुछ भी मत छुपाओ। जीवन में हर बात शेयर करो, दोनों की राय से कुछ करो। आप जो जानते हैं उसके लिए उस पर रेंगना मत।
7. सेक्स पार्टनर: आपकी पत्नी ही आपकी सेक्स पार्टनर है; उससे प्यार करने में शर्म न करें। आनंद लो, सुनिश्चित करो कि वह भी आनंद लेगी। इसमें मतलबी मत बनो, उसका चेहरा देखो और देखो कि वो खुश तो नहीं है। संभोग करने के बाद भी उससे अजनबी औरत की तरह व्यवहार न करें। उसे दूरी मत होने दो। किसी अन्य महिला के साथ कभी भी अनैतिक संबंध न रखें, यह पाप है।
8. आपकी रानी: अपनी पत्नी को रानी की तरह करो; अगर तुम करोगे तो वह तुम्हें राजा की तरह करेगी। बादशाह हो तो अदब से पेश आओ, अदब से बात करो, अदब से पेश आओ।
9. आपकी प्रथम महिला: आपकी पत्नी आपकी प्रथम महिला होनी चाहिए, आपके जीवन की प्रथम महिला। कभी भी किसी अन्य महिला, अपनी माँ, बहन, सचिव या सहयोगियों को अपने जीवन में उसकी जगह न लेने दें।
10. माँ: अपनी जिंदगी में माँ की जगह बीवी को लेने दो। अपनी माँ के प्यार को उसके पास भेज दो। रिश्ते निभाना सीखो माँ और पत्नी दोनों ही पत्नी होगी दोनों रिश्तों को मत मार डालो।
11. आपका छात्र: अपनी पत्नी को सिखाओ कि उसे क्या करना है। उससे नाराज मत बनो; उसे तुमसे सीखने दो, तुम उसके पहले गुरु हो। आप भी इनसे सीखो। जो बात समाज में काम आती है उसे सोच समझ कर सिखाएं। इस रवैये से बचें कि वह आपके बिना कुछ नहीं कर सकती। वरना आपकी जिंदगी में आपकी जगह किसी और को लेने में देर नहीं लगेगी।
मैं आपको 100% पक्का बताऊँगा अगर आप इस व्यक्ति को सोच समझ कर करोगे तो आप अपनी जिंदगी में कभी फेल नहीं होगे। ईश्वर आपके रिश्ते को बहुत सारी दुआएं दे