![](https://i0.wp.com/teesrijung.com/wp-content/uploads/2024/01/414017705_1389687348648050_3921956009206539595_n-1.jpg?resize=673%2C616&ssl=1)
![](https://i0.wp.com/teesrijung.com/wp-content/uploads/2024/01/414017705_1389687348648050_3921956009206539595_n-1.jpg?resize=673%2C616&ssl=1)
Related Articles
तौहीद और शिर्क : हर इंसान को अपने किए का नतीजा देखना पड़ेगा : पार्ट-5
https://www.youtube.com/watch?v=l9h03iR-YMI ज़ोमर आयतें 51-53 فَأَصَابَهُمْ سَيِّئَاتُ مَا كَسَبُوا وَالَّذِينَ ظَلَمُوا مِنْ هَؤُلَاءِ سَيُصِيبُهُمْ سَيِّئَاتُ مَا كَسَبُوا وَمَا هُمْ بِمُعْجِزِينَ (51) इस आयत का अनुवाद हैः फिर उनके कर्मों के बुरे नतीजे उन्हें भुगतने पड़े और उन (मक्का के नास्तिकों) में से जिन लोगों ने नाफ़रमानियाँ की हैं उन्हें भी अपने अपने किए की सज़ाएँ भुगतनी […]
“सुन्नतों को ज़िंदा करना”
Shams Bond ================= “सुन्नतों को ज़िंदा करना” ज़रूर ये बात चौंकाने वाली है, क्यूंकि अहले इमान का दावा है कि वो सुन्नतों की पैरवी करते हैं, फिर सुन्नत को मौत कब आई जो ज़िंदा करने की बात हो रही है। हम अपने आसपास मुस्लिम्स को देखते हैं तो ज़रा ज़रा सा ज़ाहिर अंतर दिखता है […]
पवित्र क़ुरआन पार्ट-36 : न्याय वह चीज़ है जिस पर पूरा ब्रह्मांड चल रहा है!
क़ुराने मजीद के सूरए नूर की 35वीं आयत में उल्लेख है कि ईश्वर आसमान और ज़मीन का नूर अर्थात प्रकाश है। उसके नूर की मिसाल ऐसी है जैसे ताक़ में एक दीप रखा हुआ हो, दीप एक फ़ानूस में हो, फ़ानूस मोती की तरह चमकते हुए तारे की भांति हो, और वह दीप ज़ैतून के […]