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‘एक देश एक चुनाव’ पर बनी समिति ने रिपोर्ट राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को सौंपी, असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, ”ये भारत को एक पार्टी वाले देश में बदल देगा”

‘एक देश एक चुनाव’ पर बनी समिति ने गुरुवार को अपनी रिपोर्ट राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को सौंपी.

इस रिपोर्ट में पूरे देश में एक साथ चुनाव करवाए जाने को लेकर सिफारिशें की गई हैं.

समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, इस समिति ने सुझाव दिया है कि सभी राज्यों की विधानसभा का कार्यकाल अगले लोकसभा चुनाव तक ही सीमित किया जाए. ताकि इसके बाद लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव एक साथ करवाए जा सकें.

समिति ने अपनी रिपोर्ट जब राष्ट्रपति मुर्मू को सौंपी, तब अध्यक्ष रामनाथ कोविंद के साथ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय क़ानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, पूर्व केंद्रीय मंत्री ग़ुलाम नबी आज़ाद, जाने-माने संविधान विशेषज्ञ सुभाष काश्यप, वित्त आयोग के पूर्व अध्यक्ष एनके सिंह और पूर्व सीवीसी संजय कोठारी भी मौजूद थे.

इस समिति की रिपोर्ट पेश किए जाने के बाद एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया दी.

ओवैसी ने लिखा, ”बार-बार चुनाव होने से सरकारें परेशान रहती हैं. एक देश एक चुनाव के साथ कई संवैधानिक दिक़्क़तें हैं लेकिन सबसे बुरा ये है कि सरकारों को पांच साल तक लोगों के गुस्से की कोई परवाह नहीं होगी. ये भारतीय संघवाद के ख़ात्मे की घंटी होगी. ये भारत को एक पार्टी वाले देश में बदल देगा.”

Asaduddin Owaisi
@asadowaisi
Frequent elections keep governments on their toes. There are many constitutional issues with #OneNationOneElection, but the worst is that governments will no more have to worry about people’s fury for five years. It will be the death knell for Indian federalism. It will convert India into a one party state.