भारत समाचार | Bharat Samachar
@bstvlive
लखनऊ- चूहों को पकड़ने पर रेलवे ने खर्च किए 69 लाख, उत्तर रेलवे ने 3 साल में खर्च कर दिए 69 लाख, 168 चूहों को पकड़ने के लिए 3 साल में 69 लाख खर्च, एक चूहे को पकड़ने के लिए रेलवे का 41 हजार खर्च, चंद्रशेखर गौर की आरटीआई के जवाब में हुआ खुलासा, उत्तर रेलवे की लखनऊ डिवीजन ने ही RTI का जवाब दिया, फिरोजपुर, मुरादाबाद डिवीजन ने RTI का जवाब नहीं दिया, चूहों को पकड़ने में हुए खर्च की सूचना मांगी गई थी.
Kanhaiya Kumar
@KanhaiyyaKumar
अमृत काल में लूट की खुली छूट
◆ चूहों को पकड़ने के लिए रेलवे ने खर्च कर दिए 69 लाख
◆ एक चूहे को पकड़ने के लिए रेलवे ने खर्चे 41 हजार खर्च
◆ RTI के जवाब में हुआ खुलासा
Ashish Sagar Dixit
@AshishsagarD
चूहों को पकड़ने में रेलवे ने खर्च किए 69 लाख…?
लखनऊ। उत्तर रेलवे ने 3 साल में खर्च कर दिए 69 लाख। चिन्हित 168 चूहों को पकड़ने के लिए 3 साल में हुआ यह खर्च। यानी एक चूहे को पकड़ने के लिए रेलवे का 41 हजार खर्च।चंद्रशेखर गौर की आरटीआई के जवाब में हुआ खुलासा। उत्तर रेलवे की लखनऊ डिवीजन ने ही RTI का जवाब दिया। फिरोजपुर, मुरादाबाद डिवीजन ने RTI का जवाब नहीं दिया, चूहों को पकड़ने में हुए खर्च की सूचना मांगी गई थी।
Er,UTTAM CHAND MIG FIGHTER
@UTTAMCHANDYKT
RTI से हुआ खुलासा
2020-22 के बीच, NR के लखनऊ डिवीजन ने 168 चूहे को पकड़ने के लिए 3 साल में ₹69 लाख खर्च किए।
एक चूहा पकड़ने पर लागत आई ₹ 41 हज़ार
चूहे को फंसाने के लिए सेंट्रल वेयरहाउसिंग कॉरपोरेशन,गोमतीनगर को काम पर रखा गया था
2020: 83 चूहे
2021 : 45 चूहे
2022 : 40 चूहे