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Sunita Devi ================ सुनो! मुझे तुमसे प्रेम है ऐसा उसने कई बार कितनी स्त्रियों से कहा – उसने पूछा कितना प्रेम है ? उसने कहा _ जितना लोग लाल रंग को पसंद करते है उसने कहा_ मुझे इश्क है उसने पूछा कितना इश्क है? उसने कहा_ जितनी शिद्दत किसी को पाने की हो सकती हो […]
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Journalist Vivek ============= जरूर पढ़िएगा, शायद आपकी रोजमर्रा की कहानी भी यहीं मिल जाए आपके जीवन में ऐसे कितने ठहराव आए जिसने आपको बदलने पर मजबूर किया…प्रायः हम सभी एक केंद्रित जीवन जी रहे हैं, जिसके केंद्र में हमारी महत्वकांक्षा और हमारी कुंठाएं भी रहती हैं। महत्वकांक्षा हमारे लक्ष्य की ओर हमें अग्रसर रखती […]
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* बहू के खिलाफ तो हर किसी को शिकायत रहती है* आज सुबह से ही घर में सब ‘बड़े लोग’ एकत्रित थे और बैठकर मेरी प्राथमिकताएं तय कर रहे थे क्योंकि उनके अनुसार मैं कोई भी काम समय पर नहीं करती। मैं उन लोगों के अनुसार कभी भी समय पर कार्य नहीं करती इस कारण […]