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अपना नज़रिया बदल लीजिए, अपनी बच्चियों से कहिए कि वे आभूषणों के साथ कॉपी और पेन मांगे, भारत का संविधान मांगे, उसे जानें उसे पढ़ें!
Sara Thakur ============== दुनिया के किसी भी होटल में हमने किसी औरत को खाना बनाते नहीं देखा है। संसार का कोई भी बड़ा शेफ सामान्यत : औरत नहीं है। बच्चों की देखभाल के छोटे छोटे सेंटर जगह जगह खुल ही रहे हैं। बहुत से पुरुष विभिन्न अवसरों पर औरतों या लड़कियों को मेंहदी लगा रहे […]
“याद है न! आज शाम को ठीक छ: बजे, कोर्ट में…! “
Vijay Kumar Tailong · ================ मोह भंग! °°°°°°°°° रतन जहाँ रहता था वहीं पास में खेल का कोर्ट था जहाँ रतन सुनील के साथ बैड मिन्टन खेलने जाया करता था। कुछ ऐसी आदत पड़ गई थी उसके साथ खेलने की कि शाम को रुका ही नहीं जाता था। कभी वह किसी अन्य कार्य से अपने […]
वो महिला स्कूल आई तो देखा, ताला लगा हुआ था…
लक्ष्मी कान्त पाण्डेय ============= करीब 32 साल पुरानी बात है, मेरे घर के बाजू में एक बुजुर्ग आंटी अकेले रहती थीं, वो शासकीय सहायता से गरीब बच्चों के लिऐ स्कूल चलाती थीं, जो आर्थिक योगदान उन्हें मिलता था उससे वो अपना जीवन यापन करती थीं बच्चो को खाने के नाम पर सिर्फ़ लकड़ियों से मार […]