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“पड़ोसन का नीला दुपट्टा”
Ashraf Azmi =============== “पड़ोसन का नीला दुपट्टा” !* मोहल्ले में नयी बहुत ही खूबसूरत और जवान पड़ोसन रहने आई । पड़ोसन ने धीरे धीरे मोहल्ले के घरों में आना जाना शुरू किया। एक दिन वह पड़ोसन सब्ज़ी वाले की दुकान पर शर्मा जी को मिली। उसने खुद आगे बढ़कर शर्मा जी को नमस्ते किया, शर्मा […]
आपके पापा इज़्ज़त से रोटी तो कमाते हैं न! चोरी तो नहीं करते कहीं!
Poonam Jarka · =============== #पहचान_TrueFriend आज नवीं कक्षा में पढ़ने वाला अमन, पापा की मदद करने सलून पर आया था। एक लड़का छुट्टी पर था, और रविवार के कारण भीड़ रहती थी। वह याद करने का काम साथ ही ले आया था। अमन पढ़ने-लिखने में होशियार था, जिससे महेश के मन को बहुत संतोष रहता […]
मैं मेहमान हूँ, कृपया पानी पिला दें…!
Shikha Singh ============== कालिदास बोले :- “माते पानी पिला दीजिये बड़ा पुण्य होगा” स्त्री बोली :- बेटा मैं तुम्हें जानती नहीं, अपना परिचय दो…! मैं अवश्य पानी पिला दूंगी…! कालिदास ने कहा :- मैं “पथिक” हूँ, कृपया पानी पिला दें…! स्त्री बोली :- “तुम पथिक कैसे हो सकते हो” ? , पथिक तो केवल दो […]