उत्तर प्रदेश राज्य

उत्तर प्रदेश में अपराधों पर लगाम लगाने के लिए पुराने आपराधिक रिकॉर्ड वाले लोगों को जेल भेजने की तैयारियाँ : रिपोर्ट

उत्तर प्रदेश में बीजेपी की सरकार को बने सात साल का समय हो गया है, पूर्ण बहुमत से बनी बीजेपी की सरकार शुरू से ही कानून व्यवस्था को लेकर सजग रही है, सरकार ने खुला हाथ पुलिस को दिया हुआ है, बीजेपी ने प्रदेश की सत्ता कानून व्यवस्था के मुद्दे पर ही प्राप्त की थी, 2017 से अभी तक तमाम प्रयास करने के बावजूद प्रदेश से अपराध कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं

अपराध ख़त्म/कम करने के लिए प्रदेश की पुलिस ने अपराधियों में खौफ पैदा करने के लिए एनकाउंटर की पॉलिसी की गुरुमंत्र मान कर अपनाया हुआ है, 2017 के बाद से अब तक प्रदेश में करीब दस हज़ार एनकाउंटर हो चुके हैं जिनमे सैंकड़ों लोगों/अपराधियों की मौत हुई है और सैंकड़ों गोली लगने से अपाहिज हो चुके हैं, एनकाउंटर के मामले में उत्तर प्रदेश सरकार पर सवाल भी उठते रहे हैं, अनेक बार विदेशी मीडिया और संगठन भी इन पर सवाल उठा चुके हैं

उत्तर प्रदेश की सरकार हर प्रदेश में अपराधों पर लगाम लगाना चाहती है, इस काम को प्रदेश की पुलिस बा खूबी अंजाम दे रही है, सूत्रों के मुताबिक प्रदेश की पुलिस ने अब अपराधों पर लगाम लगाने के लिए पुराने मामलों में जेल जा चुके लोगों को दुबारा जेल भेजने का कार्यक्रम बना लिया है, इस के तहत जिन लोगों के खिलाफ पूर्ण में केस दर्ज हुए थे या जिनकी आपराधिक हिस्ट्री खुली हुई है उन्हें टारगेट पर लिया जायेगा, सूत्रों के मुताबिक पुराने आपराधिक इतिहास वाले लोगों को पुलिस की विशेष टीम रात के समय दबिश दे कर उंठेंगी बाद में उन्हें अन्य मामले दर्ज कर जेल भेजा जायेगा, इस तरह से प्रदेश से अपराधों पर लगाम लगेगी

जबकि माना जाता है कि अपराध केवल तभी कम हो सकते हैं जब लोगों के पास काम होता है, उनके पास ज़रूरतों को पूरा करने के लिए आमदनी के ज़रिये होते हैं, जब लोगों के पास काम, रोज़गार, नौकरियां होती हैं तब अपराध नहीं होते हैं,