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उत्तर प्रदेश के मदरसा अधिनियम को आज सुप्रीम कोर्ट ने संवैधानिक क़रार दिया

Asaduddin Owaisi
@asadowaisi
उत्तर प्रदेश के मदरसा अधिनियम को आज सुप्रीम कोर्ट ने संवैधानिक क़रार दिया। योगी सरकार की लगातार कोशिश रही है कि मदरसों को बदनाम किया जाए और उन्हें ग़ैर-क़ानूनी कहा जाए। शायद इसलिए क्योंकि यूपी सरकार ने 21,000 मदरसों में पढ़ाने वाले शिक्षकों को उनकी तनख़्वाह नहीं दी है। ये शिक्षक दीनी तालीम नहीं, बल्कि विज्ञान, गणित वगैरह पढ़ाते थे। 2022-23 तक ₹1,628.46 करोड़ की तनख़्वाह बकाया थी। उम्मीद है कि अब जल्द से जल्द बकाया राशि का भुगतान कर दिया जाएगा।

T̾a̾b̾a̾s̾s̾u̾m̾ H̾a̾y̾a̾
@Tabassumhaya786
मुसलमानो की आर्थिक स्तिथि काफी गंभीर है, कौम के रहनुमाओं को इस तरफ भी कोई ध्यान देना चाहिए, कोई ऐसी संस्था भी बननी चाहिए जहां वो अपनी परेशानियां व मुश्किलें खुल कर सामने रख सकें, काफी मुसलमानों को तो मैं जानती हूं जिन पर जकात लेना फ़र्ज़ है, मगर वो अपनी खुद्दारी की वजह से मुंह से नहीं कह पाते हैं, क्योंकि कुछ मोहल्ले के रसूख ताना दे दे कर मार देंगे, मैंने जो लिखा है ये हर कोई नहीं लिखता और ये हकीकत है, ये बात और है, चाहे कोई अपनी ज़ुबान से न कहे।

The Headline India
@theHeadlineIn
सुप्रीम कोर्ट का आज का निर्णय यूपी सरकार के लिए कड़ा संदेश है। मदरसों को बदनाम करने और उन्हें गैर-कानूनी ठहराने की कोशिश को असंवैधानिक करार दिया गया। 21,000 मदरसा शिक्षकों की ₹1,628.46 करोड़ की लंबित तनख्वाह का भुगतान जल्द होना चाहिए।

Lallanpost
@Lallanpost
उत्तर प्रदेश के मदरसा ऐक्ट को सुप्रीम कोर्ट ने वैध माना है। तीन जजों की बेंच ने कहा कि हम मानते हैं कि मदरसा ऐक्ट पूरी तरह से संविधान के तहत ही है। इसलिए इसकी मान्यता खारिज नहीं की जा सकती। सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट का फैसला पलट दिया।

Haji Mehardeen Rangrez ( औवैसी का परिवार )
@HajiRangrez786
सुप्रीम कोर्ट ने यूपी मदरसा बोर्ड एक्ट को संवैधानिक करार देते हुए इलाहाबाद हाई कोर्ट के फैसले को पलट दिया है।

इस फैसले का सीधा असर यूपी में मदरसा बोर्ड के तहत चलने वाले 16000 मदरसों और उसमें पढ़ने वाले 17 लाख से ज्यादा बच्चों पर पड़ेगा।

भाजपा सरकार सीधे तौर पर मुसलमान और उससे जुड़ी हुई हर पहचान को मिटा देने पर उतारू है मगर संविधानिक संस्थाएं हमेशा उनके आ जाती है।

खैर फिलहाल यूपी के मदरसों के लिए ये राहत भरी खबर है!