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उत्तर प्रदेश, आत्मदाह करने वालों की बढ़ती संख्या से सरकार परेशान!

उत्तर प्रदेश के विधानसभा के जारी मानसून सत्र में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक लिखित जवाब में कहा कि 2017 से अब तक 35 लोगों ने आत्मदाह का प्रयास किया है, जिनमें से चार की मौत हो गई है। इनमें दो महिलाएं भी शामिल हैं।

आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी के विधायक तूफानी सरोज के एक सवाल के जवाब में यह जानकारी दी। सरोज जानना चाहते थे कि क्या सरकार उन लोगों के ख़िलाफ़ कार्रवाई करेगी जिन्होंने कथित तौर पर पीड़ित व्यक्तियों को ख़ुद को आग लगाने के लिए उकसाया था।

कानून एवं व्यवस्था से संबंधित गृह विभाग का प्रभार संभालने वाले आदित्यनाथ ने कहा कि आगे की कार्रवाई करने का कोई सवाल ही नहीं है क्योंकि पुलिस ने पहले ही मामलों में आत्महत्या के लिए उकसाने की धारा के तहत एफ़आईआर दर्ज कर ली है और अदालतों में आरोप पत्र दाखिल कर दिया है। चार अलग-अलग मामलों में कुल नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

यह देखते हुए कि आदित्यनाथ द्वारा साझा किया गया डेटा दिसम्बर 2022 तक का था, वर्तमान में यह आंकड़ा अधिक होने की उम्मीद है।

आत्मदाह के कई प्रयास आदित्यनाथ की छवि के लिए चिंता का कारण बन गए थे। नतीजतन, ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए राज्य विधानसभा के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी गई। एक कदम आगे बढ़ते हुए, सरकार ने वॉच टावर भी बनाए और ड्यूटी पर तैनात पुलिस को कंबल, रेत की बाल्टियों और आग बुझाने वाले यंत्रों से सुसज्जित कर दिया।