देश

‘उग्रवादी, कटुआ, भड़वा, मुल्ला आतंकवादी’….बाहर देखूँगा इन मुल्ले को….बिदुडी अपना मानसिक संतुलन खो चुका है

Surya Pratap Singh IAS Rtd.
@suryapsingh_IAS
जरा ढूँढो ‘मर्यादा की नाक’ कहाँ है?

लोग कह रहे हैं कि आज संसदीय मर्यादा की नाक कटी लेकिन कटेगी कैसे?

संसदीय मर्यादा तो 2014 से ही नाक विहीन है।

जिनकी वजह से ये सब हुआ,उनकी स्वयं की नाक कहाँ है?

चेहरे पर तो दिखती नहीं, अगर तलवे में हो तो काटने से फ़ायदा क्या? मतलब तो चेहरे वाली नाक कटने से है।

क्या पता चेहरे पर हो भी लेकिन स्टील की बनी होगी, फिर कटेगी कैसे?

और हो सकता है कि नाक को साथ लेकर चलते ही न हों, कहीं छुपाके रखते हों।

हो सकता है कि इस गालीबाज़ को अपनी नाक कटने की चिंता इसलिए न हो क्यों कि ये स्वयं किसी और बलशाली की नाक का बाल हैं।

अब ये जिनकी नाक का बाल हैं, उनकी नाक का क्या हाल है?

जरा आप ही पता करो कि उनकी नाक कहाँ हैं,कहीं कट तो नहीं गई?

अगर नाक पहले से है ही नहीं, तो कटने का सवाल ही कहाँ से पैदा होगा?

Prashant Kanojia
@KanojiaPJ

रमेश बिदुडी अपना मानसिक संतुलन खो चुके हैं जब से विदेश मंत्री एस जयशंकर उनकी सीट से टिकट माँग रहे हैं तब से गाली गलौज करके अपने आका नरेंद्र मोदी को खुश करने का काम कर रहे हैं। ऐसे अनपढ़ जाहिल सड़क छाप को लोगों को कम से कम सदन से दूर रखें और कहीं अस्तबल में बांधें।

Ajit Anjum
@ajitanjum
नई संसद में सांसदों के आचरण और व्यवहार पर मोदी जी का प्रवचन एक तरफ़,
बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी की ये हेट स्पीच दूसरी तरफ
हाथी के दांत खाने के और दिखाने के और ही होते हैं .
प्रज्ञा सिंह ठाकुर को भी कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था. रमेश बिधूड़ी को भी जारी कर दिया गया हैं .

Akhilesh Yadav
@yadavakhilesh
इंसान की पहचान चेहरा नहीं; ज़ुबान होती है।

सत्ता के नशे में बेसुध भाजपा के एक सांसद द्वारा विपक्ष के एक अल्पसंख्यक सांसद को अति अभद्र तरीके से संबोधित करना किसी आपराधिक घटना से कम नहीं है। ये भाजपा की नकारात्मक राजनीति का निकृष्टतम रूप है जिसमें अन्य भाजपाई सांसदों का हँसते हुए सम्मिलित होना दिखाता है कि ये किसी एक भाजपाई की गलती नहीं है बल्कि ये भाजपा के अधिकांश सदस्यों की निर्लज्जता का बेशर्म प्रदर्शन है।

ऐसे सासंदो पर, किसी भी प्रकार की संसदीय विशेषाधिकारों की छूट से परे, किसी एक सांसद नहीं बल्कि पूरे संसद और संविधान की मानहानि करने का मुक़दमा होना चाहिए और ताउम्र की पाबंदी भी।

Bolta Hindustan
@BoltaHindustan
नए संसद में ऐसे दरिंदों के लिए ‘फिनायल’ भी रखना चाहिए, जिससे ये अपनी जुबान साफ करके जाया करें : महबूबा मुफ्ती

Ravish Kumar ᴾᵃʳᵒᵈʸ ©
@SirRavishFC
“ओए भड़वे, ओए उग्रवादी, कटुवे, आतंकवादी, बाहर देखूँगा इन मुल्ले को”

– BJP सांसद रमेश बिधूड़ी संसद में।

ये निर्लज्ज इस देश का सांसद है। और नफरत का जहर भरे हुए है। इसने संविधान की शपथ ली है। तत्काल इसकी सदस्यता रद्द होनी चाहिए।

Jairam Ramesh
@Jairam_Ramesh
कल लोकसभा में जब भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी अपशब्द बोल रहे थे और अपनी ज़बान से ज़हर उगल रहे थे तब दो पूर्व केंद्रीय कैबिनेट मंत्री रविशंकर प्रसाद और डॉ. हर्षवर्धन अपने सहयोगी की आपत्तिजनक बातों पर बेशर्मी से हंस रहे थे। लोकतंत्र और संसदीय परंपरा को कलंकित करने वाले इस मामले में ये दोनों भी उतने ही निंदा के पात्र हैं जितने कि बिधूड़ी। यह दिखाता है कि मोदी-शाह के नेतृत्व में भाजपा किस हद तक गिर चुकी है।

डिस्क्लेमर : ट्वीट्स में व्यक्त विचार लोगों के अपने निजी विचार और जानकारियां हैं, तीसरी जंग हिंदी का कोई सरोकार नहीं है, लेख सोशल मीडिया से प्राप्त हैं