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इस साल संसार को आर्थिक मंदी का सामना रहेगा : अन्तर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष

अन्तर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष का कहना है कि विश्व की तीन प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में मंदी के कारण इस साल भी संसार को आर्थिक मंदी का सामना रहेगा।

आईएमएफ के अनुसार अमरीका, चीन और योरोपीय संघ जैसी तीन बड़ी आर्थिक शक्तियों के यहां आर्थिक विकास का प्रभाव विश्व की एक तिहाई अर्थव्यवस्थाओं पर पड़ेगा।

इस आर्थिक मंदी के कारण पूरी दुनिया में करोड़ों लोग प्रभावित होंगे। इस वैश्विक आर्थिक संस्था का कहना है कि लोगों को इस बात के लिए तैयार रहना चाहिए।

आईएमएफ की प्रमुख कहती हैं कि विश्व की बिगड़ती अर्थव्यवस्था के कारणों में यूक्रेन युद्ध, मंहगाई, बैंको के सूद की बढ़ती दरें और कोरोना महामारी आदि शामिल हैं। इसी बीच आर्थिक सहयोग और विकास संगठन ने बढ़ते ऊर्जा संकट को आर्थिक मंदी का मुख्य कारण माना है। ओईसीडी के अनुसार इससे सबसे अधिक प्रभावित योरोप होगा।

उल्लेखनीय है कि अन्तर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष की प्रमुख क्रिस्टलीना जार्जीएवा का कहना है कि सन 2023 के दौरान पूरी दुनिया के एक तिहाई देश आर्थिक मंदी का शिकार होंगे। उन्होंने कहा कि यूक्रेन युद्ध तथा कुछ अन्य कारकों के चलते यूरोप में आर्थिक मंदी का आना निश्चित है।

ज्ञात रहे कि यूक्रेन युद्ध के बाद रूस की ओर से योरोप के लिए ऊर्जा की आपूर्ति में आने वाली कमी ही योरोप में ऊर्जा के संकट का मुख्य कारण है। पहले रूस जिस मात्रा में पश्चिम को ऊर्जा की सप्लाई किया करता था उसने इसको काफ़ी सीमा तक कम कर दिया है। रूस की इस कार्यवाही के कारण आज यूरोप में ऊर्जा का गंभीर संकट पैदा हो चुका है।