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कद्दू…..भारत के इतिहास की सबसे प्राचीनतम सब्ज़ियों में है…
ऋतु चौधरी ============== भारत के इतिहास की सबसे प्राचीनतम सब्ज़ियों में है कद्दू. यद्यपि वैदिक सभ्यता जैसे ऋग्वेद आदि में कद्दू का ज़िक्र नहीं है. उस युग में जौं, गेहूं, चावल, बैंगन, सरसों का ज़िक्र है. भारतीय इतिहास में सबसे पहले ज़िक्र चरक संहिता में कद्दू का आया. उत्तर अमेरिका में लगभग छः हज़ार वर्ष […]
मौलाना से कहो कि वह अपने बेटे की फ़िक्र न करें, जो अल्लाह की मर्ज़ी से होना तय है, वह होकर रहेगा!
Naem Parvez Khan ========== · एक बार एक कवि हलवाई की दुकान पहुँचे, जलेबी ली और वहीं खाने बैठ गये। इतने में एक कौआ कहीं से आया और दही की परात में चोंच मारकर उड़ चला…. हलवाई को बड़ा गुस्सा आया उसने पत्थर उठाया और कौए को दे मारा। कौए की किस्मत ख़राब, पत्थर सीधे […]
कारवाँ गुज़र गया ग़ुबार देखते रहे….बेहद लोकप्रिय कवि, गीतकार गोपालदास ”नीरज” : विशेष
गीतकार नीरज (गोपालदास सक्सेना) कवि सम्मेलनों के बेहद लोकप्रिय कवि रहे हैं। उनकी कविता ‘ कारवाँ गुज़र गया ग़ुबार देखते रहे ‘ रेडियो ( आकाशवाणी , लखनऊ ) तथा कवि सम्मेलन में बड़े चाव और उत्साह से सुनी जाती थी । ‘ धर्मयुग ‘ पत्रिका में यह लम्बी कविता पूरे एक पृष्ठ पर प्रकाशित हुयी […]