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वो सोच में डूबी बैठी थी तभी माँ कमरे में आयीं….By-पूर्णिमा शर्मा
पूर्णिमा शर्मा स्वाभिमान घर में अजीब सा सन्नाटा छाया हुआ था !शाम जब से पिताजी ने पांडे जी से फोन पर बात की तभी से पिताजी बेचैन और माँ उदास दिखीं ! मीनू दी को शायद वजह पता चल चुकी थी,उनकी तरफ इना ने प्रश्नवाचक नज़रों से देख जानना चाहा तो दीदी नज़रें चुरा आंसू […]
#अम्मा नून कम है तरकारी में….
अरशिता ============= #अम्मा नून कम है तरकारी में । चूल्हे के पास बैठा टुकुन खाने का पहला निवाला मुंह में रखते हुए बोल पड़ा । “दे रहे हैं रुको । ” अम्मा ने इतना कहते हुए नमक के डिब्बे में हाथ लगाया तो टुकुन ने हाथ आगे कर दिया । “नहीं हाथ में नहीं देंगे […]
समय पुराना था, घर की बेटी, पूरे गाँव की बेटी होती थी…आज की बेटी पड़ोसी से ही असुरक्षित हैं…!…by-अंगद अग्रहरि
Anand Agrahari ============= समय पुराना था 🩸तन ढँकने को कपड़े न थे, फिर भी लोग तन ढँकने का प्रयास करते थे …! आज कपड़ों के भंडार हैं, फिर भी तन दिखाने का प्रयास करते हैं समाज सभ्य जो हो गया हैं । 🩸समय पुराना था, आवागमन के साधन कम थे। फिर भी लोग परिजनों से […]