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इस्राईल के 6 जासूसों की हत्या की कहानी, जिसके पीछे एक लंबी कहानी छिपी है!

कई साल तक ईरान की संसद के राष्ट्रीय सुरक्षा व विदेश नीति आयोग के प्रमुख रहे प्रतिष्ठित राजनेता अलाउद्दीन बुरुजर्दी ने एक इंटरव्यू में बड़ी महत्वपूर्ण बात कही जिसके पीछे एक लंबी कहानी छिपी है। बुरुजर्दी ने कहा कि इस्राईल की इंटेलीजेंस एजेंसियों की गतिविधियों पर ईरान गहरी नज़र रखता है और निगरानी के लिए उसके पास केवल गिने चुने एजेंट नहीं हैं कि उनके ख़त्म हो जाने से इस्राईली इंटेलीजेन्स एजेंसियों की गतिविधियों की निगरानी ख़त्म हो जाए।

दरअस्ल यह पूरा प्रकरण ईरान की मशहूर समाचार एजेंसी तस्नीम न्यूज़ की एक ख़बर से शुरू हुआ। तस्नीम न्यूज़ ने एक ख़बर प्रकाशित की कि इस्राईली ख़ुफ़िया एजेंसी मोसाद ने अपने 6 जासूसों को ईरान से संपर्क रखने के शक में क़त्ल कर दिया। यह बड़े इंटेलीजेंस अफ़सर थे जिन्हें ईरान के इस्फ़हान में एक औद्योगिक केन्द्र में विध्वंसक कार्यवाही की योजना की नाकामी के बाद मार दिया गया। ईरान ने इस योजना में शामिल सारे इस्राईली एजेंटों को गिरफ़तार कर लिया था। मोसाद ने इसके बाद अपने यहां ईरान डेस्क के अधिकारी को बर्ख़ास्त कर दिया था। मोसाद ने जिन छह अफ़सरों को क़त्ल किया उनका संबंधी इसी डेस्क से था। इन इंटेलीजेन्स अफ़सरों के नाम तोमर एक्स, आयालोन शापीरा, शेरोन इस्मल, शायली वेस्टलैंड, ओफ़ेक अहारोन, ईतामार अलहरर थे।

तस्नीम न्यूज़ ने इन छह इंटेलीजेन्स अफ़सरों की तस्वीरें भी प्रकाशित कर दीं।

इस ख़बर के प्रकाशित होने के बाद ईरान इंटरनैश्नल टीवी चैनल ने जो सऊदी अरब के फ़ंड से चलता है और जो ईरान के ख़िलाफ़ प्रोपैगंडा चैनल के रूप में काम करता है इस ख़बर को ग़लत साबित करने के लिए एड़ी चोटी का ज़ोर लगा दिया। हालांकि तस्नीम न्यूज़ में यह ख़बर छपने के बाद इस्राईल मीडिया को मानो सांप सूंघ गया हो। ईरान इंटरनैश्नल टीवी चैनल के मोसाद से संपर्क हैं जिसका फ़ायदा उठाते इस प्रौपैगंडा चैनल ने जो रिपोर्ट दी उसमें उसने अपनी मूर्खता से इस ख़बर की पुष्टि कर दी।

बहुत सोच समझ कर लिखी गई ख़बर में तस्नीम न्यूज़ ने कहा था कि इस्फ़हान में विध्वंस का आप्रेशन नाकाम हो जाने के बाद इस्राईल ने मोसाद में ईरान डेस्क से जुड़े छह अफ़सरों की हत्या कर दी और इस डेस्क के प्रमुख को बर्ख़ास्त कर दिया। तस्नीम न्यूज़ ने एक ख़बर लगभग दो हफ़्ता पहले दी मगर यह नहीं बताया कि यह घटना कब हुई थी।

ईरान इंटरनैश्नल ने पूरा ज़ोर यह साबित करने पर लगा दिया कि यह छह इंटैलीजेन्स अफ़सर छह महीना पहले हताहत हुए हैं। जबकि तस्नीम न्यूज़ ने जिस घटना का ज़िक्र किया था वह छह महीना पहले की ही थी। दरअस्ल इंटेलीजेन्स के क्षेत्र की घटनाओं को आम तौर पर तत्काल सार्वजनिक नहीं किया जाता बल्कि उसके सारे पहलुओं के सामने आ जाने के बाद ही उसकी ख़बरें दी जाती हैं।

तस्नीम न्यूज़ ने बस इतना लिखा था कि यह प्रकरण मोसाद के नए चीफ़ का कार्यकाल शुरु होने के समय का है। इस तरह इस एजेंसी ने इशारों में यह बता दिया था कि यह घटना छह महीने पहले की है क्योंकि मोसाद के नए चीफ़ का कार्यकाल लगभग छह महीना पहले शुरू हुआ है।

बहरहाल अब वरिष्ठ ईरानी अधिकारी अलाउद्दीन बुरूजर्दी ने कहा है कि इस्राईली इंटैलीजेन्स एजेंसियों की गतिविधियों की निगरानी के लिए ईरान दो चार एजेंटों तक सीमित नहीं है ईरान के पास इसके लिए व्यापक संसाधन मौजूद हैं।