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इस्राईल के विरुद्ध लड़ने को तैयार बैठे हैं बीस हज़ार यमनी सैनिक : रिपोर्ट

मुहम्मद अलबुख़ैती कहते हैं कि अगर यमन की सीमा फ़िलिस्तीन से मिल रही होती तो हम अबतक इस्राईल का काम तमाम कर चुके होते।

20000 यमनियों ने फ़िलिस्तीनियों का समर्थन करते हुए इस्राईल के विरुद्ध युद्ध करने की घोषणा की है। उनका कहना है कि फ़िलिस्तीनियों की भूमियों को आज़ाद कराने के लिए हम उनके साथ इस्राईल के विरुद्ध युद्ध करने को तैयार हैं।

यमन की सरकारी समाचार एजेन्सी सबा के अनुसार इस देश की हुज्जा प्रांत में सैन्य प्रशिक्षण की समाप्ति के बाद हज़ारों यमन वासियों ने परेड की। इस सैन्य परेड के दौरान उन्होंने फ़िलिस्तीन के प्रतिरोधकर्ताओं का समर्थन करते हुए इस्राईल से युद्ध करने की तत्परता जताई। यमन के यह हज़ारों लोग इस्राईल और अमरीका मुर्दाबाद के नारे लगा रहे थे।

इस कार्यक्रम के बाद एक बयान जारी किया गया जिसमें फ़िलिस्तीनियों विशेषकर वहां के बच्चों और महिलाओं के विरुद्ध किये जाने वाले ज़ायोनियों के अपराधों को रोकने की आवश्यकता पर बल दिया गया।

सैन्य परेड की समाप्ति पर यमन की सर्वोच्च राजनीतिक परिषद के सदस्य मुहम्मद अली अलहूसी ने कहा कि यह लोग केवल प्रदर्शन के लिए यहां पर एकत्रित नहीं हुए हैं बल्कि वे वास्तव में फ़िलिस्तीनी प्रतिरोधकर्ताओं की सहायता के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।

अंसारुल्ला आंदोलन के प्रमुख सदस्य मुहम्मद अलबुख़ैती अल्जज़ीरा टीवी चैनेल से बात करते हुए कह चुके हैं कि अगर यमन की सीमा फ़िलिस्तीन से मिल रही होती तो हम इस्राईल का काम तमाम कर देते।

ज्ञात रहे कि ग़ज़्ज़ा पर ज़ायोनियों के हमले आरंभ होने के साथ ही यमन की सेना ने फ़िलिस्तीनियों के खुले समर्थन की घोषणा कर दी थी। उसने अवैध ज़ायोनी शासन के दक्षिण में ड्रोन से कई हमले किये। यमन की सेना लाल सागर में हर उस जहाज़ को रोक रही है जो इस्राईल का है या फिर अवैध ज़ायोनी शासन के लिए सामान ले जा रहा होता है।