इस्राईल के कई इलाक़ों में मीसाइलों की बारिश, ग़ज़्ज़ा पर ज़मीन हमला क्यों नहीं कर सका इस्राईल : रिपोर्ट
Parvez KhanComments Off on इस्राईल के कई इलाक़ों में मीसाइलों की बारिश, ग़ज़्ज़ा पर ज़मीन हमला क्यों नहीं कर सका इस्राईल : रिपोर्ट
https://www.youtube.com/watch?v=t7SIae6TGoM
ज़ायोनी शासन को कल रविवार से ग़ज़्ज़ा के ख़िलाफ़ ज़मीनी युद्ध शुरू करना था लेकिन आख़िरकार उसने यह फ़ैसला स्थगित कर दिया।
शुक्रवार को ग़ज़्ज़ा युद्ध के सातवें दिन ज़ायोनी शासन ने घोषणा की थी कि वह उत्तरी ग़ज़्ज़ा के निवासियों को क्षेत्र छोड़ने के लिए 24 घंटे का अल्टीमेटम देगा, जिसके बाद वह जमीनी युद्ध शुरू करेगा। जमीनी युद्ध कल रविवार को शुरू होने वाला था।
“न्यूयॉर्क टाइम्स” अख़बार ने कल 3 वरिष्ठ इस्राईली अधिकारियों के हवाले से अपनी रिपोर्ट में बताया कि ग़ज़्ज़ा पट्टी के खिलाफ इस्राईल के ज़मीनी अभियान को स्थगित कर दिया गया है।
दरअसल अभी इस युद्ध के बादल छटे नहीं हैं बल्कि इसे फ़िलहाल स्थगित कर दिया गया है। पिछले 10 दिनों में ज़ायोनी शासन द्वारा किए गए हमलों में इतनी तीव्रता थी कि इस दौरान लगभग 3 हज़ार फ़िलिस्तीनी शहीद हो गए और 10 हज़ार से अधिक लोग घायल हो चुके हैं।
https://www.youtube.com/watch?v=0n6EooRcJFQ
इसीलिए स्थगन का कारण यह नहीं है कि जमीनी युद्ध में हज़ारों इंसानी जानें चली जाएंगी बल्कि बल्कि इसकी अलग ही वजह है। न्यूयॉर्क टाइम्स ने दावा किया कि ज़मीनी युद्ध टलने का कारण क्षेत्र में प्रतिकूल जलवायु परिस्थितियां थीं। इस अखबार ने ज़ायोनी अधिकारियों के हवाले से लिखा है कि जिन ड्रोनों और विमान के पायलटों को ज़मीनी इकाइयों का समर्थन करना था, उनके लिए जलवायु की स्थितियां अनुकूल नहीं थीं।
हालांकि, जमीनी युद्ध टलने का यह मुख्य कारण नहीं था। ग़ज़्ज़ा में बड़ी संख्या में विदेशी नागरिकों की मौजूदगी एक बड़ी वजह है और जिसके लिए अमेरिका रफ़ह क्रॉसिंग को फिर से खोलकर इन लोगों को ग़ज़्ज़ा से बाहर निकालने की कोशिश कर रहा है।
दूसरा महत्वपूर्ण कारण ज़मीनी युद्ध से ज़ायोनी शासन पर पड़ने वाले परिणाम हैं। जमीनी युद्ध की शुरुआत का मतलब युद्ध का लंबा खिंचना है जिसके लिए ज़ायोनी शासन अभी तैयार नहीं है।
इसीलिए इसमें कोई संदेह नहीं है कि ग़ज़्ज़ा पर ज़मीनी हमला इस्राईल के लिए आत्मघाती हमला होगा क्योंकि पहली बात तो यह है कि यह युद्ध लंबा खिंचेगा और दूसरी बात यह है कि इस्राईल ग़ज़्ज़ा की भौगोलिक, क्षेत्रीय और रणनीतिक क्षमताओं और स्थितियों से अगवत नहीं है।
इसके अलावा हमास ने पूरे ग़ज़्ज़ा में सुरंगों का जाल बिछा दिया है और अपने ठिकाने मज़बूत कर लिए हैं जो इस्राईल को ग़ज़्ज़ा पर कुछ दिनों व हफ़्तों में क़ब्ज़े की इजाज़त नहीं देंगे।
तूफ़ान अल-अक़्सा की तबाही, इस्राईल के कई इलाक़ों में मीसाइलों की बारिश
फ़िलिस्तीन के प्रतिरोधकर्ता बलों ने एक बार फिर इस्राईल के कई इलाक़ों और महत्वपूर्ण केन्द्रों को निशाना बनाया।
फ़िलिस्तीनी संघर्षकर्ताओं ने सोमवार देर रात तेल अवीव, बैतुल मुक़द्दस, बेरे सबा, अशदूद, अस्क़लान, नेतिफोत और सेदूरोत जैसे शहरों को दर्जनों मिसाइलों और राकटों से निशाना बनाया।
इर्ना की रिपोर्ट के अनुसार प्रतिरोधकर्ता बलों के मिसाइल हमलों के साथ गाजा पट्टी की सीमा से लगे क़स्बों में रॉकेट हमलों का सायरन बजने लगा जबकि 2 रॉकेट सीधे सेदीरोत शहर पर गिरे हैं।
कुछ घंटे पहले भी फिलिस्तीनी प्रतिरोध बलों ने अपने रॉकेट हमलों से तेल अवीव और अवैध अधिकृत बैतुल मुक़द्दस शहर को निशाना बनाया था।
इससे पहले भी फ़िलिस्तीन के इस्लामी प्रतिरोध आंदोलन हमास की सैन्य शाखा इज़्ज़ुद्दीन क़स्साम ब्रिगेड ने तेल अवीव में बेन गुरियन हवाई अड्डे पर एक नए मिसाइल हमले की ख़बर दी थी।
अल जज़ीरा के एक रिपोर्टर ने बताया था कि अवैध अधिकृत फ़िलिस्तीन के केंद्र में कई बस्तियों, बैतुल मुक़द्दस और तेल अवीव में सायरन की आवाज़ सुनी गयी।
उत्तरी कोरिया की संसद में किंग जोंग ऊन की उपस्थिति में एक विधेयक पारित किया गया जिसके अनुसार क्षेत्र में शांति व सुरक्षा बनाये रखने के लिए इस देश की परमाणु शक्ति में वृद्धि की जायेगी। उत्तरी कोरिया के नेता ने बल देकर कहा कि इसके बाद परमाणु शक्ति में वृद्धि एक स्थाई कानून बन […]
रूस का कहना है कि अपने व्यापार से वह डाॅलर और यूरो जैसी विषैली मुद्राओं को बाहर निकाल देगा। रूस के विदेश उपमंत्री का कहना है कि अपने सहयोगियों के साथ व्यापार में हम यूरो और डाॅलर के साथ ही स्विफ्ट को भी निकाल बाहर करेंगे क्योंकि आर्थिक लेनदेन में यह बहुत ही ज़हरीले उपकरण […]
नेटो के महासचिव के बयान के जवाब में रूसी विदेश मंत्री ने कहा है कि नेटो को युद्ध के मैदान में सामने आए तो सही हम तो पहले से ही तैयार हैं। उन्होंने कहा कि रूस यूक्रेन में अपना सैन्य ऑपरेशन जारी रखेगा। जर्मन मीडिया की रिपोर्ट्स के मुताबिक़, नेटो के महासचिव जेन्स स्टोलटेनबर्ग ने […]