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इस्राईल की युद्ध कैबिनेट की बैठक में हुई ज़ोरदार लड़ाई, युद्धमंत्री बैठक छोड़कर चल गए!

ज़ायोनी शासन की युद्ध कैबिनेट की बैठक में लड़ाई हो जाने की सूचना है। इस्राईली मीडिया के अनुसार बैठक में संघर्ष विराम और क़ैदियों की रिहाई के बारे में हमास की शर्तों पर बात हो रही थी जिसके दौरान ज़ायोनी कैबिनेट के मंत्री आपस में लड़ पड़े।

दूसरी तरफ़ हमास के पास मौजूद इस्राईली क़ैदियों के परिवारों ने युद्ध मंत्रालय की ओर जाने वाला रास्ता बंद कर दिय और मांग की कि क़ैदियों की रिहाई करवाई जाए।

इस्राईली मीडिया ने बताया कि हमास की शर्तों पर बातचीत के दौरान ज़ायोनी युद्ध मंत्री युवाफ़ गालांट और चीफ़ आफ़ आर्मी स्टाफ़ हर्टसी हालीवी बैठक छोड़कर चले गए जिसके बाद लड़ाई बहुत बढ़ गई। अब यह बैठक अगले हफ़्ते होगी।

ज़ायोनी प्रधानमंत्री बिनयामिन नेतनयाहू युद्ध जारी रखने पर ज़ोर दे रहे हैं और हमास पर दबाव डालने के लिए रफ़ह पर बड़ा हमला करने की बात कर रहे हैं मगर अमरीका ने इसका विरोध किया है।

नेतनयाहू का कहना है कि वो हमास की शर्तें नहीं मानेंगे मगर कुछ मंत्रियों का कहना हे कि क़ैदियों की रिहाई की पहली प्राथमिकता माना जाए।

नेतनयाहू पर भारी दबाव है और इस्राईल के भीतर उन की कड़ी आलोचना की जा रही है।

उधर क़ैदियों के परिवारों ने मनाख़िम बेगीन रोड बंद कर दिया जो युद्ध मंत्रालय की इमारत की ओर जाता है। उनकी मांग थी कि क़ैदियों की रिहाई की समझौता तत्काल किया जाए।

परिवारों का कहना था कि क़ैदियों की रिहाई का समझौता न करने का मतलब है उनको मौक की सज़ा दे देना।

वहीं बैतुल मुक़द्दस नगर में चरमपंथी ज़ायोनियों ने प्रदर्शन करके मांग की कि हमास के साथ कोई समझौता न किया जाए बल्कि जंग जारी रखी जाए।

हमास ने पेरिस में बातचीत के बाद संघर्ष विराम के लिए तैयार होने वाले मसौदे में यह बिंदु जोड़ दिया है कि क़ैदियों की रिहाई तीन चरणों में होगी और हर चरण के बीच 45 दिन का फ़ासला होगा जबकि इस मुद्दत में जंग पूरी तरह रुकी रहेगी।