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इस्राईली महिला बंदी का क़स्साम के कमान्डरों के नाम ख़त!

हाल ही में हमास की जेलों से रिहा हुए इस्राईली क़ैदियों का कहना है कि हमास नेता याहिया अल-सिनवार ने ग़ज़्ज़ा में उनसे मुलाकात की और उन्हें बताया कि उन्हें परेशान नहीं किया जाएगा।

फ़ार्स न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, हिब्रू अखबार येदियेत अहारनोत ने लिखा है कि क़ैदियों के आदान प्रदान के समझौते के तहत पिछले कुछ दिनों के दौरान इस्राईल लौटे कई इस्राईली क़ैदियों का कहना है कि ग़ज़्ज़ा में हमास के सीनियर नेता यहिया अल-सिनवार ने उनसे मुलाकात की थी।

इस अखबार के मुताबिक यहिया अल-सिनवार ने युद्ध के शुरुआती दिनों में एक सुरंग में इन क़ैदियों से मुलाकात की थी और उनसे कहा था कि मैं आपका स्वागत करता हूं, मैं यहिया अल-सिनवार हूं, आप सुरक्षित जगह पर हैं और आपको कुछ नहीं होगा।

दूसरी ओर दानियाल अलुनी नामक एक महिला बंदी ने अपनी और अपनी बेटी अमेलिया की ओर से इज़्ज़ुद्दीन अल-क़स्साम ब्रिगेड के मुजाहिदों को एक पत्र लिखा जिसमें उनकी मानवता और दयालुता के लिए उनको धन्यवाद दिया गया।

इस्राईली महिला ने अपने पत्र में लिखा कि हालिया हफ्तों में मेरे साथ रहे जनरलों, मैं आपकी बहुत सराहना करती हूं। मैं और मेरी बेटी एमिलिया के प्रति आपकी असाधारण मानवता और परोपकारी व्यवहार के लिए आपको धन्यवाद देती हूं।

इस्राईल की महिला बंदी ने लिखा कि अल-क़स्साम के मुजाहिद, उसकी लड़की के माता-पिता की तरह हैं।

महिला बंदी ने लिखा कि वह आप सबको दोस्त मानती है, सिर्फ दोस्त ही नहीं बल्कि असली मददगार, इतने घंटों तक उसके लिए एक कोच की तरह रहने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद।