इसराइल ने हमास की क़ैद से अपने चार बंधकों को छुड़ा लिया है. इन बंधकों को छुड़ाने के लिए इसराइली सेना ने ख़ास ऑपरेशन शुरू किया था.
फ़लस्तीनी अधिकारियों का कहना है कि बंधकों को छुड़ाने के लिए की गई इसराइली कार्रवाई में कई नागरिक मारे गए हैं.
शनिवार को हमास की क़ैद में रहे इसराइली नागरिक छुड़ाए जाने के बाद अपने परिवार वालों से मिले.
नोआ अरगामनी ( 27), अलमोग मीर (22), एंद्रेई कोज़लोव (27) और सलोमी ज़ीव (41) को शनिवार को छुड़ाया गया.
इन सभी इसराइली नागरिकों को हमास ने 7 अक्टूबर को नोवा म्यूज़िक फेस्टिवल से अगवा किया था.
इसराइली सेना ने इन बंधकों को छुड़ाने के लिए जो ऑपरेशन शुरू किया था उसे उसने काफी ‘जोखिम भरा और जटिल’ बताया है.
इस ऑपरेशन के दौरान नुसरत इलाके में इसराइली सैनिकों की हमास के लड़ाकों से काफी संघर्ष हुआ. इसराइली सैनिकों ने हवाई हमले का भी सहारा लिया.
फ़लस्तीनी अधिकारियों का कहना है कि इस ऑपरेशन में बड़ी तादाद में लोग मारे गए.
गज़ा के दो अस्पताल अल-अक्सा और अल-अवदा अस्पताल का कहना है कि उन्होंने 274 लाशें गिनी हैं.
वहीं हमास सरकार की ओर से संचालित मीडिया दफ़्तर ने कहा है कि इस संघर्ष में अल-नुसरत शरणार्थी शिविर के आसपास हुए इसराइली हमले में 210 लोग मारे गए हैं.
जबकि इसराइली सेना के प्रवक्ता डेनियल हगारी का आकलन है कि हमले में 100 लोग मारे गए होंंगे.
इन इलाकों से जो तस्वीरें सामने आ रही हैं उनमें भारी बमबारी के सुबूत दिख रहे हैं. अस्पतालों का कहना है कि उनके यहां घायलों और लाशों की भरमार हो गई. इनमें बच्चे भी शामिल थे.
ये तादाद इतनी ज़्यादा थी कि घायलों का इलाज मुश्किल हो गया. कुछ दूसरी तस्वीरों में लोग अपने करीबियों की मौत पर मातम मनाते दिख रहे हैं.
‘सटीक खुफिया जानकारी के आधार पर हुआ ऑपेरशन’
इसराइली सेना के प्रवक्ता डेनियल हगारी ने कहा है कि ये ऑपरेशन सटीक ख़ुफिया जानकारी के आधार पर किया गया था. इसके तहत बंधकों को नुसरत में दो अलग-अलग इमारतों से छुड़ाया गया.
इस ऑपरेशन में इसराइली सेना का एक सैनिक घायल हुआ था, जिसकी बाद में अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई.
इसराइली सेना ने कहा कि छुड़ाए गए बंधक स्वस्थ हैं. तस्वीरों में उन्हें अपने-अपने परिवारों से मिलते दिखाया गया है.
इसराइली प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू ने इस ऑपरेशन के लिए सेना की तारीफ की.
उन्होंने कहा कि इस ऑपरेशन को ‘काफी मौलिकता और बहादुरी’ के साथ अंजाम दिया गया.
उन्होंने कहा, “हम आखिरी बंधक तक को छुड़ाकर दम लेंगे. चाहे वो जीवित हों या मृत.’’
रक्षा मंत्री योवाव गैलेंट ने कहा कि इस ऑपरेशन को अंजाम देने वाली सेना को हमास की भारी गोलीबारी का सामना करना पड़ा.